राज्य » उत्तर प्रदेशPosted at: Jun 3 2019 6:59PM झांसी: नकली शराब बनाकर बेचने वाले अंतरराज्यीय गिरोह का पर्दाफाशझांसी 03 जून (वार्ता) उत्तर प्रदेश के झांसी में पुलिस को देशी और अंग्रेजी नकली शराब बनाकर बेचने वाले एक अंतरराज्यीय गिरोह का पर्दाफाश करने में सफलता मिली है । पुलिस ने मिलावटी शराब बनाने की सामग्री के जखीरे के साथ तीन लोगों को भी गिरफ्तार किया है। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डॉ़ ओ पी सिंह ने सोमवार को पत्रकारों को बताया कि पकड़े गये युवक पिछले दो-तीन वर्षों से ओपी केमीकल से नकली शराब बनाने का कारोबार कर रहे थे। जनपद में अवैध और मिलावटी शराब के खिलाफ चलाये जा रहे अभियान के तहत आज जब पुलिस और स्वाट टीम जब संयुक्त रूप से चेकिंग कर रही थी तभी मुखबिर से सूचना मिली कि मैरी तिराहे के पास एक युवक नकली शराब बनाने के साजोसामान के साथ गुजर रहा है। सूचना पर तेजी से काम करते हुए पुलिस ने युवक को नकली शराब बनाने के सामान के साथ दबोच लिया।तलाशी के दौरान पकड़े गये युवक के पास से एक बोरी में देशी शराब के खाली क्वार्टर बरामद हुए। थाने ले जाकर की गयी पूछताछ में उसने अपना नाम मनोज कुमार कुशवाहा निवासी बड़ागांव गेट बाहर मैरी तिराहा बताया। उसने यह भी बताया कि वह अपने साथियों के साथ मिलकर दो तीन साल से नकली शराब बनाने के कारोबार में लगा है। उसकी निशानदेही पर पुलिस ने बडागांव गेट बाहर एक मकान में छापा मारा और वहां से बड़ी मात्रा में नकली शराब बनाने का साजोसामान और नकली शराब बरामद की। अचानक छापे से वहां मौजूद लोगों में भगदड़ मच गयी । पुलिस दो को दबोचने में कामयाब रही जबकि चार अन्य पुलिस को चकमा देकर भाग गये।मौके से देशी और विदेशी मदिरा के ठक्कर, रैपर, बारकोड और खाली क्वाटर व बोतलें बरामद की गयीं। पकडे गये युवकों ने अपने नाम रवि राय निवासी तालपुरा और ताराचंद राय निवासी सिमराहा सदर बाजार बताया। भागे आरोपियों के नाम जवीन राय, रामू राय, आकाश राय और प्रदीप ओमहरे बताया। उन्हेोंने बताया कि रवि और प्रदीप राय अपने साथियों के साथ मिलकर नकली ढक्कन, नकली रैपर, व नकली बारकोड का इंतजाम करते हैं। रामू और जीवन अपने साथियों के साथ मिलकर ओपी केमिकल की व्यवस्था करते हैं। इसके बाद शराब बनाकर थोक और फुटकर में कई स्थानों पर सप्लाई करते हैं। एक पेटी अवैश शराब बनाने में उनका लगभग 700 रुपए खर्च होता है जबकि 1000 रुपए में उन्हें बेच देता है। पकड़े गये माल की कीमत लगभग 3 लाख रुपए से अधिक है। यदि शराब बनाने में कोई गड़बड़ी हो जाती है यह जहरीली बन जाती है जिससे कोई भी बड़ी घटना हो सकती थी। पकड़े गये सभी आरोपियों के खिलाफ गैंगस्टर जैसी कई संगीन धाराओं में मामला दर्ज किया जा रहा है।सोनियावार्ता