लखनऊ, 09 जून (वार्ता) उत्तर प्रदेश पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) और नाकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (एनसीबी) ने संयुक्त रुप से कार्रवाई करते हुए कानपुर स्टेशन से अन्तर्राष्ट्रीय तस्कर को गिरफ्तार कर उसके पास से दो किलोग्राम हेरोइन बरामद की,जिसकी कीमत करीब दो करोड़ रुपये आंकी गई है।
एसटीएफ के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अभिषेक सिंह ने रविवार को यहां यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि सूचना मिली थी कि अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर मादक पदार्थ (हेरोईन) की तस्करी करने वाले गिरोह का एक तस्कर दो किलो हेरोइन लेकर राजधानी एक्सप्रेस से सात जून को चलेगा और आठ जून को वह कानपुर सेण्ट्रल रेलवे स्टेशन पर पहुंचेगा।
इस सूचना पर एसटीएफ और एनसीबी की टीम कानपुर स्टेशन पर पहुॅची और ट्रेन रुकने पर मुखबिर की पहचान के बाद तस्कर को दबाेच लिया। पकड़े गये तस्कर के बैग से दो किलो हेरोइन बरामद की गई। उसका नाम गजेन्द्र सिंह है और वह कन्नौज जिले के रुपपुर गांव का रहने वाला है। हेरोइन के अलावा उसे पास से 13 हजार रुपये की नकदी, दो मोबाइल फोन भी बरामद किए गये।
उन्होंने बताया कि गिरफ्तार तस्कर ने पूछताछ पर बताया कि वह यह हेरोइन दीमापुर से लेकर आ रहा है और इसे लखनऊ में जे डी नाम के एक व्यक्ति को दिया जाना है, जिससे मैं 17 लाख रूपये पहले ही प्राप्त कर चुका हूं। पुलिस उसकी तलाश कर रही है। गजेन्द्र ने बताया कि वह इसके पहले मध्य प्रदेश में गाड़ी के टायर का बिजनेस करता था, व्यापार में घाटा और कर्ज होने पर 2015 में उसकी टायर एजेन्सी बंद हो गयी थी। उसके बाद एक थोवल मणिपुर के रहने वाले फकीर से भोपाल में सम्पर्क हुआ तथा उसने उसका सम्पर्क अपने गांव के फिरोज से करा दिया जो स्मैक और हेरोईन की तस्करी का काम करता था ।
श्री सिंह ने बताया कि अधिक धन कमाने के लालच में यह तस्कर फिरोज के साथ जुड़ गया तथा स्मैक और हेरोईन के कैरियर का काम करने लगा,पैसा और सम्पर्क होने पर वह अपने पैसे से स्मैक और हेरोईन लाकर लखनऊ, बाराबंकी और आस-पास के जिलों में सप्लाई करने लगा। इससे पहले दो किलो किग्रा0 हेरोईन के साथ जुलाई 2017 में गुवाहाटी पुलिस द्वारा पकड़ा गया था। जिसमें में करीब 09 महीने गुवाहाटी जेल में रहा और वहां से छूटने के बाद से फिर इस काम मकें लग गया और कानपुर में पकड़ा गया।
उन्होंने बताया कि इस सिलसिले में एनसीबी द्वारा मामला दर्जकर कार्रवाई कर रही है।
त्यागी
वार्ता