झांसी 20 जून (वार्ता) उत्तर प्रदेश के झांसी स्थित बुंदेलखंड विश्वविद्यालय में पुस्तक के विमोचन और ऐतिहासिक गणेश मंदिर में एक कार्यक्रम में हिस्सा लेने गुरूवार को आये राज्यपाल राम नाईक ने विश्वविद्यालय में भ्रष्टाचार के मामले पर कहा कि यदि ऐसा कुछ है तो लिखित में सूचना दें ,जांच अवश्य करायी जायेगी।
यहां विश्वविद्यालय परिसर के गांधी सभागार में कुलाधिपति ने पूर्व कुलपति प्रो़ सुरेंद्र दुबे द्वारा संपादित पुस्तक “ मेरी झांसी” का विमोचन किया। पुस्तक विमोचन के बाद पत्रकारों के विश्वविद्यालय में हुए भ्रष्टाचार का अभी तक खुलासा नहीं होने के बारे में पूछे गये सवाल के जवाब में कहा श्री नाईक ने कहा “ विश्वविद्यालय में कहीं कोई भ्रष्टाचार हुआ है तो आप लिखित में पूरी जिम्मेदारी लेते हुए मुझे इस बारे में सूचना दें। मैं भ्रष्टाचार के मामले में बहुत सख्त रहा हूं, कार्रवाई जरूर होगी। निजी विश्वविद्यालय में अनुशासन मामले पर सरकार के कैबिनेट में अध्यादेश लाने के प्रस्ताव के संबंध में राज्यपाल ने कहा कि प्रदेश सरकार ने कैबिनेट में निजी विश्वविद्यालयों के लिए एक अध्यादेश लाने का प्रस्ताव पेश किया है । जो अध्यादेश लाया गया है वह अभी तक मेरे पास नहीं पहुंचा है ,जब वह मेरे पास पहुंचेगा उसके बाद अध्ययन करके ही मैं इस बारे में कोई प्रतिक्रिया दे पाऊंगा। मोटे तौर पर निजी विश्वविद्यालयों में भी अनुशासन होने की भूमिका से यह अध्यादेश लाया गया है लेकिन इसका अध्ययन करने के बाद ही मैं कुछ कह पाऊंगा।
राज्यपाल ने “ एक देश ,एक चुनाव” के सवाल पर कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने देश और सभी राजनीतिक दलों के सामने यह विचार रखा है और विचारों के आदान प्रदान के बाद ही कोई अंतिम फैसला हो पायेगा ऐसा मुझे लगता है। ऐसे प्रयास पहले ही होते रहे हैं लेकिन राजनीतिक कारणों से वह बीच में ही विफल हो गये। यदि इस मसले पर कुछ सकारात्मक होता है तो पूरे देश के लिए लाभदायक होगा ऐसा मेरा मानना है लेकिन इसके लिए सभी का सहयोग जरूरी है। इस मामले पर राजनीतिक दल किस तरह से सहयोग देते हैं यह तो संसद में चर्चा के बाद ही मालूम हो पायेगा।
इससे पहले राज्यपाल के यहां पुलिस लाइन स्थित हेलीपैड पर पहुंचते ही महापौर रामतीर्थ सिंघल, भाजपा जिलाध्यक्ष प्रदीप सरावगी और पूर्व मंत्री रवींद्र शुक्ला ने गर्मजोशी के साथ स्वागत किया। राज्यपाल का यहां स्थित मराठियों के ऐतिहासिक गणेश मंदिर में पूजा अर्चना का कार्यक्रम था और हेलीपेड से महामहिम सीधे मंदिर में पहुंचे और वहां मराठी विधि विधान से पूजा अर्चना की। इसी मंदिर में उन्होंने भक्त निवास का लोर्कापण किया। यह मराठियों का ऐतिहासिक मंदिर है जिसमें वीरांगना रानी लक्ष्मीबाई का विवाह हुआ था।
राज्यपाल की सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किये गये । कार्यक्रम स्थल की ओर जाने वाले रास्ते के चप्पे चप्पे पर पुलिस तैनात थी। राज्यपाल की सुरक्षा में पीएसी की एक कंपनी, आठ सीटो, दस एसओ , फायर ब्रिगेड की दो गाड़ियां, 12 यातायात सिपाही , चार दारोगा, 500 आरक्षी और 50 एसआई तैनात किये गये थे।
सोनिया
वार्ता