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उत्तर प्रदेश- नदी जलस्तर

प्रयागराज में गंगा और यमुना में तेजी से बढ़ रहा जलस्तर
प्रयागराज,17 अगस्त (वार्ता) यमुना की सहायक नदियां केन, बेतवा और बेतवा
की सहायक नदी थसान में बांधों से बड़ी मात्रा में जल छोड़े जाने से यमुना
नदी में जलस्तर शनिवार की सुबह आठ बजे तक प्रयागराज के नैनी में जलस्‍तर
78.40 मीटर तक पहुंच गया है जबकि फाफामऊ में गंगा नदी में 78.81 मीटर और
छतनाग में 77.70 मीटर दर्ज किया गया है।
सिंचाई विभाग बाढ़ खण्ड के अधिशाषी अभियंता बृजेश कुमार ने बताया कि
पिछले तीन दिनों से कानपुर बैराज से एक लाख क्यूसेक (फ्लोरेट) से अधिक जल
डिस्चार्ज किये जाने के कारण गंगा के पानी में बढोत्तरी हो रही है।
यमुना की सहायक नदियां केन, बेतवा और बेतवा की सहायक नदी थसान में बांधों
से बड़ी मात्रा में जल छोड़े जाने से यमुना नदी में जलस्तर बढ़ने लगा है।
उन्होने बताया कि तीथर्राज प्रयाग में गंगा और यमुना का जलस्तर तेजी
से खतरे के निशान बिन्दु की तरफ तेजी से बढ़ रहा है। खतरे का निशान
84.734 मीटर दर्ज है। फाफामऊ में गंगा का जलस्तर 78.81, छतनाग में 77.70
मीटर दर्ज किया गया है जबकि नैनी में यमुना का जलस्तर 78.80 मीटर तक
पहुंच गया है।
गौरतलब है कि शुक्रवार को बेतवा नदी में माताटीला बांध से 4.30 लाख
क्यूसेक पानी छोड़ा गया। वहीं बेतवा की सहायक नदी थसान में लाचूरा बांध से
84400 क्यूसेक पानी छोड़ा गया। इससे हमीरपुर में बेतवा नदी का जलस्तर 41
सेंटीमीटर प्रतिघंटा की गति से बढ़ रहा है। इसी जिले में यमुना का जलस्तर
25 सेंटीमीटर प्रति घंटे की गति से बढ़ रहा है। शाम चार बजे हमीरपुर में
बेतवा का जलस्तर 94.40 मीटर और यमुना का जलस्तर 96.60 मीटर हो गया था।
वहीं केन नदी में मध्य प्रदेश के बरियारपुर बांध से 2.18 लाख क्यूसेक
पानी छोड़ा गया है।
बढते जलस्तर के मद्देनजर जिला प्रशासन एवं एनडीआरएफ ने अपनी
तैयारिया शुरू कर दी है। इस मौके पर कानूनगो जगदेव चौरसिया, एनडीआरएफ
इंस्पेक्टर जितेंद्र कुमार सिंह, सहायक उप निरीक्षक संजय कुमार गुप्ता,
बचाव कर्ता विनोद कुमार, दीपेश कुमार, सदानंद एवं सौरभ पाल साथ रहे।
राष्ट्रीय आपदा मोचन बल की एक टीम लेखपाल ट्रेनिंग स्कूल करेली में कैंप
कर रही है।
एनडीआरएफ की टीम एसडीएम सदर गौरव रंजन श्रीवास्तव और तहसीलदार सदर
अरविंद कुमार मिश्र के साथ प्रयागराज शहर के बाढ़ संभावित क्षेत्रों का
दौरा किया। टीम ने मऊ कछार, द्रोपदी घाट, बक्शीबाध, छोटा बघाड़ा, बलुआघाट,
चाचर नाला और गौस नगर का दौरा किया। इसके अलावा बाढ़ चौकियों का निरीक्षण
भी किया।
दिनेश
वार्ता
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