राज्य » उत्तर प्रदेशPosted at: Aug 22 2019 6:16PM उत्तर प्रदेश-आनंदीबेन बुलंदी तीन गोरखपुरइस मौके पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि वर्ष 1947 में हुए आजादी के बाद जो संकल्प लिया जाना था वह एक भारत-श्रेष्ठ भारत कहीं न कहीं से पूरा नहीं हो पाया। उन्होंने कहा कि पिछले पांच वर्षों में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में 10 करोड शौचालय, ढाई करोड़ लोगों को छत, तीन करोड़ को नि:शुल्क विद्युत कनेक्शन, 50 करोड लोगों कोप्रधानमंत्री आयुष्मान योजना के तहत पांच लाख रूपये की स्वास्थ्य सुविधा जैसे अनेक जनक्ल्याणकारी योजनाओं के साथ-साथ युवाओं के लिए स्टार्ट अप, स्टैंड अप योजनाओं के तहत विशेष सुविधायें मुहैया करायी जा रही है। उन्होंने कहा कि वर्ष 2024 तक ..हर घर नल .. योजना के तहत शुद्ध पेय जल की व्यवस्था करायी जायगी।उन्होंने तकनीकी शिक्षा के महत्व को रेखांकित करते हुए कहा कि जब मैं मुख्यमंत्री बना तो बीमारी सरकार ने घोषणा पत्रके अनुरूप् किसानों के एक लाख रूप्ये कर्जमाफी का एलान किया था और 72 हजार करोड रूप्ये किसानों को दिये जाने थे। यह कार्य आर्थिक चुनौतियों से भरा हुआ था, लेकिन तकरीक का उपयोग करते हुए जब किसानों के खतौनियोंका आधार कार्ड के साथ जोडा गया तो यह पता चला कि मात्र 36 हजार करोड़ रूपये दिये जाने हैं और पुन: आंकलन करते हुए यह पाया गया कि मात्र 24 हजार करोड़ रूपये के ही कर्ज माफ किये जाने हैं। श्री योगी ने एक अन्य उदाहरण के माध्यम से तकनीकी के महत्व की चर्चा करते हुए कहा कि भूख से होने वाली मौतों की सूचना की भी जांच और राशन कार्ड के फर्जी होने की जानकारी को भी संज्ञान में लेते हुए ऐसे फर्जी राशनकार्डों को निरस्त किया गया और मात्र 80 हजार लोगों को कम मूल्य पर गेंहू एवं चावल आदि का वितरण करने में सरकार को काफी फायदा हुआ।उदय त्यागीजारी वार्ता