राज्य » उत्तर प्रदेशPosted at: Oct 31 2019 6:05PM उत्तर प्रदेश जेल धरोहर दो अंतिम सहारनपुरवरिष्ठ जेल अधीक्षक डा. वीरेश राज शर्मा ने आज बताया कि सहारनपुर जेल रोहिल्ला राजवंश का पुराना किला है। रोहिल्ला राजा इसी महल में रहते थे। रोहिल्ला राजा ने 1838 में इस महल को अपने राज्य की जेल बनाया था। ब्रिटिश शासन काल में अंग्रेजों में 1870 में इसे सहारनपुर जेल बना दिया था। छह साल पहले पुरातत्व विभाग ने जेल में खुदाई की थी और उसके बाद पुरातत्व विभाग ने इसे राष्ट्रªीय स्मारक घोषित कर इसके भवन पर इस आशय के शिलालेख भी लगा दिए थें। पुरातत्व विभाग के निर्देशों के कारण इस जेल में ना तो किसी तरह की मरम्मत की जा सकती है और ना ही कोई जरूरी बदलाव ही किया जा सकता है। डीआईजी जेल संजय त्रिपाठी ने निरीक्षण और समीक्षा के बाद बताया कि जेल विभाग बहुत जल्द नई जेल का निर्माण कराकर इस भवन को खाली करके पुरातत्व विभाग को सौंप देगा। डीआईजी जेल त्रिपाठी ने सहारनपुर से मेरठ लौटने के दौरान देवबंद में उपकारागार का भी निरीक्षण किया। उन्होंने देवबंद कारागार में जेल की बेरकों का निरीक्षण किया। बंदियों और कैदियों की तलाशी कराई और उनकी समस्याओं को भी सुना। देवबंद जेल के जेलर एमपी सिंह ने बताया कि तलाशी में कुछ भी आपत्तिजनक चीज नहीं मिली। देवबंद जेल में बंद एक विचाराधीन कैदी 60 वर्षीय राजकुमार निवासी गांव खतौली, थाना नांगल की बीमारी के चलते मौत हो गई। मृतक राजकुमार की पत्नी उर्मिला और पुत्र अनुज से मामले की जानकारी ली और अपनी संवेदनाएं व्यक्त की। देवबंद उपकारागार में भी अक्षमता बंदी/कैदी बंद हैं।सं प्रदीपवार्ता