राज्य » उत्तर प्रदेशPosted at: Nov 28 2019 6:56PM प्रदेश सरकार वर्ष 2022 तक 4300 मेगावाट के रूफ-टाॅप सोलर संयंत्रों की स्थापना कटिबद्धलखनऊ, 28 नवम्बर (वार्ता) उत्तर प्रदेश सरकार वर्ष 2022 तक 4300 मेगावाट के रूफ-टाॅप सोलर संयंत्रों की स्थापना के लिए कटिबद्ध है। उत्तर प्रदेश नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा विकास अधिकरण (यूपीनेडा) एवं यूरोपियन यूनियन इनर्जी प्रोजेक्ट्स द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित दो दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का आज यहां शुभारम्भ करते हुए अतिरिक्त ऊर्जा विभाग के विशेष सचिव भवानी सिंह खंगारौत ने इस बात पर जोर दिया कि ‘‘उत्तर प्रदेश में रूफ-टाॅप सोलर संयंत्रों की स्थापना की अत्यधिक संभावना है और उत्तर प्रदेश सरकार वर्ष 2022 तक 4300 मेगावाट के रूफ-टाॅप सोलर संयंत्रों की स्थापना के लिए सरकार कटिबद्ध है।’’ उल्लेखनीय है कि नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय भारत सरकार (एमएनआरई) द्वारा ग्रिड कनेक्टेड रूफ टाॅप सोलर कार्यक्रम के दूसरे चरण के लिए समेकित रूप से 40000 मेगावाट क्षमता को 2022 तक प्राप्त करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। इस महत्वाकांक्षी लक्ष्य को प्राप्त करने के लिये यूरोपियन यूनियन-इंडिया टेक्निकल को-आपरेशन प्रोजेक्टस द्वारा एमएनआरई, भारत सरकार के साथ साथ उत्तर प्रदेश, पंजाब, महाराष्ट्र एवं पश्चिम बंगाल की विद्युत वितरण कम्पनियों एवं नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा अभिकरणों के क्षमता विकास के लिए सहयोग प्रदान किया जा रहा है। खंगारौत ने बताया कि यूरोपियन यूनियन के वित्तीय सहयोग से 28 एवं 29 नवम्बर को आयोजित दो दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम यूपीनेडा, मध्यांचल विद्युत वितरण निगम तथा उत्तर प्रदेश पावर कार्पोरेशन लि0 के विभिन्न क्षेत्रों के 85 से अधिक अधिकारियों के लिये आयोजित किया गया है। इस अवसर पर यूरोपियन यूनियन- इंडिया टेक्निकल को-आपरेशन प्रोजेक्टस के प्रतिनिधि के रूप में वरिष्ठ भारतीय विशेषज्ञ अतुल धीर एवं जेसिका मोसाहारी उपस्थित थे। यूपीनेडा का आभार व्यक्त करते हुए अतुल धीर ने कहा कि क्षमता विकास की इस प्रकार की गतिविधियों से उत्तर प्रदेश में 60 मेगावाट सोलर रूफटाॅप परियोजनाओं के क्रियान्वयन को बढ़ावा मिलेगा। त्यागीवार्ता