राज्य » उत्तर प्रदेशPosted at: Mar 25 2020 5:22PM पुर्नजारी राष्ट्रीय अयोध्या रामलला दो अंतिम अयोध्याट्रस्ट के महामंत्री चंपत राय ने पत्रकारों को बताया कि वैदिक मंत्रोच्चार के बीच मध्य रात्रि करीब दो बजे रामलला को जगाया गया। रास्ते का शुद्धीकरण होने के बाद भोर में ब्रह्म मुहूर्त चार बजे रामलला को अपने नये मंदिर में विराजमान कर दिया गया। इससे पहले साेमवार तड़के से 15 वैदिक विद्वानों ने रामलला के गर्भगृह में पूजा-अनुष्ठान शुरू कर दिया था जिसमें दिल्ली,मथुरा,काशी,अयोध्या और प्रयागराज के पुजारी शामिल थे। उन्होने कहा कि नये मंदिर में नवरात्र के प्रथम दिन रामलला अपने नये मंदिर में नये आसन पर विराजमान हो गये। चांदी के सिंहासन पर भगवान राम अपने चारों भाईयों के साथ बाल स्वरूप दर्शन दे रहे हैं। यह सिंहासन अयोध्या के राजपरिवार द्वारा रामलला को भेंट किया गया है जिसकी लम्बाई 25 इंच, चौड़ाई 15 इंच और ऊंचाई 24 इंच है। रामलला के दर्शन सुबह सात बजे से शुरू कर दिये गये हालांकि लाकडाउन के चलते गिनती के चंद श्रद्धालु ही दर्शन लाभ का पुण्य ले सके। इस मौके पर रामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के सदस्यों के अलावा अयोध्या में रामजन्मभूमि आंदोलन से जुडे वरिष्ठ लोग और संत माैजूद रहे। उन्होंने बताया कि ट्रस्ट के पदाधिकारी इस कार्यक्रम को बहुत भव्य तरीके से करने को इच्छुक थे लेेकिन देश में व्याप्त करोना वायरस के अलर्ट के चलते अब यह कार्यक्रम सीमित कर दिया गया है।प्रदीपवार्ता