राज्य » उत्तर प्रदेशPosted at: Apr 5 2020 11:01PM उप्र में बंद 3989 इकाइयाें जल्द से जल्द चालू कराने के प्रयास किये जा रहे हैं:सहगललखनऊ, 05 अपैल (वार्ता) उत्तर प्रदेश में कोरोना के संक्रमण के मद्देनजर लाॅकडाउन के दौरान अब तक 22176 इकाइयों में कार्यरत 160136 श्रमिकों को 22853.62 लाख रुपये वेतन का भुगतान कराया दिया गया और आवश्यक वस्तुएं बनाने वाली 3989 इकाइयाें को जल्द से जल्द चालू कराने के प्रयास किये जा रहे हैं। राज्य के सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम विभाग के प्रमुख सचिव डा0 नवनीत सहगल ने आज यहां यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि कोविड-19 महामारी के दृष्टिगत लाॅक डाउन के दौरान प्रदेश में अब तक 22176 इकाइयों में कार्यरत 160136 श्रमिकों को 22853.62 लाख रुपये वेतन का भुगतान कराया जा चुका है। सभी में एमएसएमई विभाग द्वारा औद्योगिक इकाइयों से समन्वय स्थापित कर कार्मिकों/श्रमिकों के वेतन का भुगतान सुनिश्चित कराया जा रहा है। उन्होंने बताया कि प्रदेश में उन्होंने बताया कि प्रदेश में 7470 इकाइयां कार्यस्थल पर ही मजदूरों को रोकने में अपनी सहमति प्रकट कर चुकी है, जबकि 4169 इकाइयां द्वारा अपने परिसरों में ही मजदूरों के भरण-पोषण की व्यवस्था सुनिश्चित की जा रही है। प्रमुख सचिव ने बताया कि लाॅक डाउन अवधि में आटा, तेल तथा दाल आदि खाद्य वस्तुओं की कमी न होने पाये इसके लिए प्रदेश में स्थापित सभी मिलों एवं इकाइयों से लगातार सम्पर्क कर उन्हें क्रियाशील बनाये रखने के प्रयत्न किये जा रहे है। अभी तक मिली जानकारी के अनुसार प्रदेश में 747 फ्लोर मिलें/आटा चक्कियां क्रियाशील हो चुकी है। 393 तेल मिल इकाइयां पूरी क्षमता के साथ उत्पादनरत् है। इसी प्रकार 209 दाल मिलों का संचालन प्रगति पर है। उन्होंने बताया कि जो इकाइयां किन्हीं कारणों से बंद हैं, उनकों यथाशीघ्र चालू कराये जाने की कार्यवाही की जा रही है। डा0 सहगल ने बताया कि सेनिटाईजर बनाने वाली 59 इकाइयां क्रियाशील हैं। इसके अतिरिक्त 40 नई इकाइयों को आवश्यक स्वीकृति के पश्चात क्रियाशील कराया जा चुका है। इसी प्रकार वर्तमान में सेनिटाईजर बनाने वाली कुल 99 इकाइयां क्रियाशील हो चुकी है। उन्होंने बताया कि प्रदेश में मेडिकल इक्यूपमेंट एवं दवाइयों के निर्माण से संबंधित 452 इकाइयों में से 410 इकाइयां उत्पादनरत् है, शेष इकाइयों के यथाशीघ्र संचालन के प्रयास किये जा रहे हैं।त्यागीवार्ता