राज्य » उत्तर प्रदेशPosted at: May 13 2020 11:24PM उत्तर प्रदेश योगी चिकित्सक दो अंतिम लखनऊश्री योगी ने कहा कि सभी निजी अस्पताल, नर्सिंग होम इत्यादि इमरजेंसी सेवाओं को राज्य सरकार द्वारा निर्धारित एसओपी के अनुसार संचालित करें। कोरोना से बचाव के सम्बन्ध में सभी सावधानियां बरती जाएं तथा सोशल डिस्टेंसिंग का अनुपालन किया जाए। उन्होंने स्वास्थ्य विभाग को कोरोना के सम्बन्ध में निर्धारित प्रोटोकाॅल का अनुपालन करने वाले निजी अस्पतालों, नर्सिंग होम को तत्काल आपरेशन तथा अन्य आवश्यक चिकित्सा शुरू करने की अनुमति देने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि निजी अस्पतालों को अपने संस्थान के संचालन के दौरान कम्युनिटी स्प्रेड को हर हाल में रोकना होगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि निजी अस्पतालों की इमरजेंसी सेवाओं में पहुंचने वाले मरीजों की प्राॅपर स्क्रीनिंग की जाए। कोरोना की ऐसी टेस्टिंग पद्धति अपनायी जाए, जिसमें परिणाम कम समय में मिले। यदि किसी निजी अस्पताल में कोई कोरोना पाॅजिटिव मरीज पहुंचे तो ऐसी दशा में अस्पताल तुरन्त जिला प्रशासन को सूचित करे और मरीज को कोविड हाॅस्पिटल भेजने की व्यवस्था करे। इसके अलावा, निजी अस्पताल को एक दिन के लिए बंद करते हुए उसे 24 घण्टे में दो बार सैनिटाइज किया जाए। इसके बाद सेवाएं पुनः प्रारम्भ की जाएं। अस्पताल के डाॅक्टरों और स्टाफ की भी जांच की जाए। श्री योगी ने कहा कि जनता को स्वास्थ्य सेवाएं मुहैया कराने में निजी क्षेत्र के अस्पतालों, नर्सिंग होम इत्यादि की बड़ी भूमिका है। इसलिये सभी निजी अस्पताल, नर्सिंग होम कोरोना प्रोटोकाॅल को लागू करते हुए अपने-अपने संस्थानों को संचालित करें और यह सुनिश्चित करें कि कोरोना के कारण अन्य गम्भीर रोगियों का इलाज न रुके। प्रदीपवार्ता