राज्य » उत्तर प्रदेशPosted at: Nov 7 2020 7:55PM माटीकला प्रदर्शनी में आकर्षण का केन्द्र है लक्ष्मी-गणेश की प्रतिमाएंलखनऊ 07 नवंबर (वार्ता) खादी एवं ग्रामोद्योग बोर्ड कार्यालय में माटीकला बोर्ड की ओर से आयोजित 10 दिवसीय प्रदर्शनी में मिट्टी के गणेश लक्ष्मी का प्रतिमायें आकर्षण का केन्द्र बनी हुयी है। खादी एवं ग्रामोद्योग के अपर मुख्य सचिव नवनीत सहगल ने शनिवार को बताया कि प्रदर्शनी में 14 जिलों के माटीकला शिल्पकारों ने अपने उत्पादों का प्रदर्शन किया है। इसमें मिट्टी की लक्ष्मी-गणेश की प्रतिमाएं, गोरखपुर का टेराकोटा तथा मिर्जापुर की ब्लैक पाटरी लोगों में आकर्षण का प्रमुख केन्द्र बने हुए है। इसके अलावा मिट्टी से निर्मित डिजाइनर दिये, मूर्तियां, बर्तन, कुकर, कढ़ाई तथा पानी की बोतल भी लोगों को खूब पसंद आ रही है। उन्होंने बताया कि पारंपरिक कला से जुड़े मिट्टी कारीगरों का उत्साहवर्धन करने तथा अलग-अलग जगहों की कलाकृतियों को एक मंच पर लाकर बड़ा बाजार उपलब्ध कराने के उद्देश्य इस प्रदर्शनी का आयोजन किया गया है। खरीददारों में प्रदर्शनी के प्रति खासा उत्साह देखने को मिल रहा है। आज दूसरे दिन लगभग 2.60 लाख रुपये से अधिक उत्पादों की बिक्री हुई। लोगों को एक ही स्थान पर प्रदेश के विभिन्न जनपदों की उत्कृष्ट कलाकृतियां खरीदने का मौका मिल रहा है। इसके साथ ही दीपावली पर्व पर कारीगरों के उत्पादों की अच्छी बिक्री से उनका मनोबल बढ़ा है। दीपावली के अवसर पर पांच से 13 नवम्बर तक माटीकला प्रदर्शनी का आयोजन किया जा रहा है, जिसमें मीरजापुर, कुशीनगर, आजमगढ़, बाराबंकी, बलिया, वाराणसी, उन्नाव, पीलीभीत, लखनऊ, अयोध्या, कानपुर, गोरखपुर, बुलन्दशहर एवं प्रयागराज से आये शिल्पकारो द्वारा प्रदर्शनी में अपने उत्कृष्ट उत्पादों का प्रदर्शन किया जा रहा है।प्रदीपवार्ता