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जौंनपुर में करतार सिंह सराभा सहित सात का मनाया गया बलिदान दिवस

जौनपुर 16 नवंबर (वार्ता) उत्तर प्रदेश में जौनपुर के सरावा मे स्थित शहीद लाल बहादुर गुप्ता स्मारक पर हिंदुस्तान सोशलिस्ट रिपब्लिकन आर्मी एवं लक्ष्मी बाई ब्रिगेड के कार्यकर्ताओं ने अमर बलिदानियो शहीद करतार सिंह सराभा , शहीद बिष्णु शंकर पिंगले लाहौर , शहीद बक्शीस सिंह अमृतसर, शहीद हरनाम सिंह स्यालकोट, शहीद जगत सिह लौहार, शहीद सुरेण सिंह,अमृतसर,का 105 वा शहादत व वीरांगना उदादेवी का 163वाँ शहादत दिवस मनाया और दो मिनट मौन रहकर श्रंद्धांजलि दी।
ब्रिगेड की अध्यक्ष मंजीत कौर ने कहा कि अमर शहीद करतार सिंह सराभा का जन्म लुधियाना के सराभा गाँव में माता साहिब कौर पिता मंगलसिंह,के यहाँ हुआ । कक्षा नौ तक की शिक्षा लुधियाना में हुई और उसके बाद अमेरिका के कैलिफोर्निया विश्व विद्यालय से इंजीनियरिंग की पढ़ाई करते समय भारतीय क्रंतिकारियो का साथ हुआ और गदर पार्टी की स्थापना कर अध्यक्ष बने। उन्होंने कहा कि शहीद -ए -आजम भगत सिंह सराभा को अपना आदर्श मानते थे, फाँसी के समय सराभा की उम्र लगभग 19 साल की थी,सराभा के साथ दर्जनों क्रंतिकारियो को फाँसी दी गयी।
अमर शहीद बिष्णु शंकर पिंगले का जन्म पूना के तलेगांव मे हुआ ,अमेरिका में सिलेट बिश्व विद्यालय से इंजीनियरिंग की पढ़ाई के समय भारती क्रंतिकारियो के विचारो से देश भक्ति की भावना जागी और देश के लिए समर्पण भाव से लग गए ,पिंगले सराभा के परम् मित्र थे। एक दिन नादिर खान शाह नामक व्यक्ति ने उन्हें गिरफ्तार करवा दिया । गिरफ्तारी के समय उनके पास 10 बम थे ,मुकदमा चलाया गया और फाँसी दे दी गई ।
वीरांगना उदा देवी साहसी व् पराक्रमी एक महिला सैनिक थी तथा लखनऊ के छठे नवाब वाजिद अली शाह के महिला दस्ते की सिपाही थी।
लखनऊ के सिकन्दर बाग में एक पेड़ पर चढ़ कर 36 अंग्रेज सैनिको को मौत के घाट उतार कर शहीद हो गई आज देश की छात्राओं को उनसे प्रेरणा लेने की जरूरत है तभी नारियो का मान सम्मान की हिफाजत हो सकेगी और उनको सच्ची श्रद्धांजलि होगी ।
सं विनोद
वार्ता
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