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उत्तर प्रदेश-आनंदीबेन शिक्षा नीति दो अंतिम लखनऊ

श्रीमती पटेल ने कहा कि वर्ष 2021-2022 के बजट में केन्द्र सरकार ने न सिर्फ अच्छी शिक्षा पर फोकस किया है, बल्कि लोगों के कौशल में निरन्तर वृृद्धि होती रहे इसके लिए भी कई घोषणाएं की है।
उन्हाेंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री मोदी के ‘आत्मनिर्भर भारत’ विजन के दृष्टिगत उच्च शिक्षा प्रणाली युवाओं को अवसर प्रदान करेगा और उनकी क्षमता के रोजगार के लिए मार्ग प्रशस्त करेगा। उन्होंने कहा कि जब विद्यार्थी कौशल विकास करेंगे तो, वे स्वयं का उद्यम भी आसानी से प्रारम्भ कर सकेंगे और उससे औद्योगीकरण को बढ़ावा मिलेगा। उन्होंने कहा कि आज मेक इन इण्डिया, स्टार्ट अप इण्डिया, स्वच्छ भारत अभियान, डिजिटल इण्डिया, स्मार्ट सिटी मिशन, जन-धन योजना, आवास योजना, उज्ज्वला योजना, आदर्श ग्राम योजना, अटल पेंशन योजना, ऑपरेशन ग्रीन्स मिशन, एक भारत-श्रेष्ठ भारत, आयुष्मान भारत, राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020, आत्मनिर्भर भारत के माध्यम से न्यू इंडिया का कार्य तेज गति से प्रगतिरत है।
श्रीमती पटेल ने कहा कि विश्वविद्यालयों को सामाजिक कार्यों में भी सहभागिता करनी चाहिए ताकि सामाजिक समस्याओं का शीघ्र समाधान हो सके। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय टी बी ग्रस्त बच्चों को गोद लेने, आंगनवाड़ी केन्द्रों को पुष्टाहार उपलब्ध कराने, बेटियों की एनीमिया जांच कराने, गर्भवती महिलाओं का सौ प्रतिशत प्रसव अस्पताल में कराने तथा स्तनपान को बढ़ावा देने की दिशा में कार्य करें। उन्होंने कहा कि इसी प्रकार विश्वविद्यालय से सम्बद्ध महाविद्यालयों को वन कालेज वन विलेज अर्थात् कम से कम एक गांव गोद लेना चाहिए, जिससे कि गांवों की वांछित सहायता हो सके।
राज्यपाल ने कहा कि इसके साथ ही विश्वविद्यालयों को सामाजिक सेवाओं के माध्यम से गोशाला, गैस फर्टिलाईजिंग, गोबर का उपयोग, लघु कौशल के कार्य को भी प्रोत्साहित करना चाहिए।
उन्होंने कहा कि तकनीकी विश्वविद्यालयों और कृषि विश्वविद्यालय के समन्वय से किसानों के लिए वजन में हल्के और सस्ते टिकाऊ कृषि उपकरण विकसित करने चाहिए, जो किसानों को आसानी से उपलब्ध कराये जा सकें। ये उपकरण हमारे छात्रों द्वारा बनाये जायेंगे, जिससे विश्वविद्यालय और छात्र दोनों आत्मनिर्भर होंगे।
श्रीमती पटले ने कहा कि इसी प्रकार कृत्रिम बुद्धिमत्ता की दृृष्टि से चिकित्सा विश्वविद्यालयों एवं प्राविधिक विश्वविद्यालयों के मध्य चिकित्सीय यंत्र बनाने के लिए समझौता हो, जिसके तहत चिकित्सीय जांच के लिए छोटे-छोटे आवश्यक उपकरण जैसे पल्स आॅक्सीमीटर तथा रक्त की जांच के उपकरण आदि तैयार किये जाये।
इस अवसर पर राज्यपाल ने विश्वविद्यालय जर्नल का विमोचन भी किया। इस मौके पर भारतीय विश्वविद्यालय संघ की महासचिव डाॅ0 पंकज मित्तल, श्री श्री विश्वविद्यालय कटक, उड़ीसा के कुलपति डाॅ0 अजय कुमार सिंह, देश के अन्य विश्वविद्यालयों के कुलपतिगण तथा कुलसचिव सहित अन्य महानुभाव आॅनलाइन जुड़े हुए थे।
त्यागी
वार्ता
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