Saturday, Apr 27 2024 | Time 07:44 Hrs(IST)
image
राज्य » उत्तर प्रदेश


मौनी अमावस्या का मेला, हर ओर आस्था का रेला

प्रयागराज, 10 फरवरी (वार्ता) आस्था, विश्वास और संस्कृतियों के संगम तीर्थराज प्रयाग के तीसरे सबसे बड़े स्नान पर्व मौनी अमावस्या पर गुरूवार को लाखों की संख्या में त्रिवेणी में आस्था की डुबकी लगाने वाले श्रद्धालुओं का रेला चला आ रहा है।
संगम की रेती पर आबाद अस्थायी आध्यात्मिक तंबुओं की नगरी के अलावा पूरा मेला क्षेत्र स्नानर्थियों से गुलजार हो गया है। वैश्विक महामारी कोरोन संक्रमण का किसी प्रकार का कोई भय नहीं है। मेला क्षेत्र में “दो गज की दूरी, मास्क है जरूरी” की खुला उल्लंघन देखा जा रहा है।
इस बार मौनी अमावस्या पर मकर राशि में चन्द्रमा, सूर्य, बुध, गुरू, शुक्र एवं शनि छह ग्रहों के संचरण करने से ‘महोदय योग’का दुर्लभ सयांग बन रहा है। मान्यता है कि इस पुण्य बेला में त्रिवेणी में मौन स्नान, दान करने वाले श्रद्धालुओं को 21 अश्वमेघ यप् जैसे पुण्यफल की प्राप्ति होगी। स्नान का पुण्यकाल 6 बजकर 31 मिनट से 9 नौबीकर 30 मिनट तक रहेगा। देवस्नान का यही कालखण्ड बताया गया है।
मेला में आस्था और अध्यात्म के साथ आधुनिकता का भी संगम हो रहा है। महामारी कोरोना काल में काफी कुछ बदला है। नहीं बदली तो बस गठरी जो मेले की रौनक है। श्रद्धालुओं का रेला त्रिवेणी में गोता लगाने के लिए संगम पहुंच रहा है। चारों ओर आस्था का रेला नजर आ रहा है। मेला क्षेत्र के अलावा, सटे झूंसी क्षेत्र के श्री संकीर्तन ब्रह्मचर्य आश्रम संस्कृत महाविद्यालय में सैकडों की संख्या में स्नानार्थी डेरा डाले हुए हैं।
दिनेश त्यागी
जारी वार्ता
image