राज्य » उत्तर प्रदेशPosted at: Feb 23 2021 11:19PM एडीएम की चेतावनी के बाद दस्तावेज लेखक काम पर लौटेऔरैया, 23 फरवरी (वार्ता) उत्तर प्रदेश में औरैया जिले की बिधूना तहसील में तहसीलदार व अधिवक्ताओं के बीच चल रही तकरार के बीच जहां अधिवक्ता दूसरे दिन भी कलमबंद हड़ताल पर रहे, वहीं राजस्व व जनहित को देखते हुए अपर जिलाधिकारी (वित्त/राजस्व) की चेतावनी के बाद तहसील बिधूना के दस्तावेज लेखक काम पर लौट आये हैं। तहसील बिधूना में पिछले करीब तीन माह से विभिन्न मसलों को लेकर तहसीलदार व अधिवक्ताओं के बीच चल रहे तकरार और उनकी न्यायालय के बहिष्कार के बीच अधिवक्ताओं द्वारा सोमवार से शुरू की गयी कलमबंद हड़ताल आज दूसरे दिन भी जारी रही। अधिवक्ताओं की कलमबंद हड़ताल में सोमवार को तहसील के सभी 17 दस्तावेज लेखकों के भी शामिल होेने की जिक्र के बाद सोमवार को देर शाम अपर जिलाधिकारी (वित्त/राजस्व) रेखा एस चौहान ने तहसील बिधूना पहुंचकर कहा था कि राजस्व व जनहित में दस्तावेज लेखक काम पर वापस आयें अन्यथा उनके लाइसेंस निरस्त कर नये लोगों के लाइसेंस जारी कर दिये जायेंगे। जिसके बाद दस्तावेज लेखक मंगलवार से काम पर वापस आ गये। तहसील के दस्तावेज लेखकों ने मंगलवार को सब रजिस्ट्रार को लिखित पत्र सौंप कर कहा कि अधिवक्ताओं की कलमबंद हड़ताल से वह अलग हैं और उनके पास कोई व्यक्ति काम (वैनामा लिखाने) लेकर आयेगा तो वह लोग उनका वैनामा लिखने का काम करेंगे। उधर तहसील बार एसोसिएशन के अध्यक्ष मुरारी लाल यादव ने मंगलवार को कहा कि उनकी कलमबंद हड़ताल शुक्रवार तक जारी रहेगी। यदि फिर भी समस्याओं का समाधान न हुआ तो यह हड़ताल आगे भी बढ़ सकती है। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि तहसील के अधिकारी 10 से 12 बजे के बीच चैम्बर बन्द करके काम करते हैं, जिससे तहसील में आने वाले वादकारी व फरियादी वापस लौटने मजबूर होते है।सं प्रदीपवार्ता