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मुजफ्फरनगर अवैध रुप से शराब के धंधे में लिप्त गिरोह का पर्दाफाश,चार गिरफ्तार

मुजफ्फरनगर, 25 फरवरी (वार्ता) उत्तर प्रदेश की मुजफ्फरनगर पुलिस ने अन्तर्राज्जीय स्तर पर अवैध रुप से शराब का धंधा करने वाले गिरोह का पर्दाफाश करते हुए सरगना समेत चार लोगों को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से बड़ी संख्या में बोतलों के ढक्कन और रैपर आदि बरामद किए।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अभिषेक यादव ने आज यहां यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि पिछले एक साल से पुलिस अवैध शराब का धंधा करने वालों की तलाश लगी थी। इसी के चलते एसओजी टीम और सिविल लाइन पुलिस लगी थी। सिविल लाइन के थाना प्रभारी उम्मेद कुमार के नेतृत्व में पुलिस ने ऐसे चार शातिर लाेगों को गिरफ्तार किया जो विभिन्न कम्पनियों के रैपर एवं ढक्कन लगाकर मिलावटी शराब बनाकर सप्लाई करते थे। पुलिस ने इास मामले में अन्तर्राजीय गिरोह सरगना शाहदरा इलाके के अशोक नगर निवासी चमन लाल उर्फ सागर को गिरफ्तार किया जिसका शराब का अवैध कारोबार उत्तर प्रदेश के अलावा, उत्तराखंड, राजस्थान, दिल्ली आदि में चल रहा था।
उन्होंने बताया कि गिरोह सरगना चमन लाल के अलावा जफराबाद निवासी चरणपाल और विवेक विहार निवासी गोविन्दराम तथा मथुरा निवासी सतेन्द्र को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस गिरोह के फरार साथी छपार निवासी दिनेश कर्णवाल और मानसरोवर पार्क शाहदरा निवासी सुरेश खटवा, बुराड़ी निवासी जगदीश और शाहदरा निवासी किशोरी लाल की सरगर्मी से तलाश की जा रही है।
श्री यादव ने बताया कि गिरफ्तार आरोपियों के कब्जे से साढ़े आठ लाख बोतलों के ढक्कन और ढ़ाई लाख से अधिक रैपर बरामद किए। उन्होंने बताया कि बरामद ढक्कनों में सबसे अधिक सरशादीलाल डिस्टलरी मंसूरपुर के लगभग दो लाख 29 हजार ढक्कनों के अलावा राजस्थान, दूनवैली डिस्टलरी , गाजीपुर , मोहन मेकिंग ,इम्पीरियल ब्लू आदि के नाम के ढक्कन व सील के अलावा क्रेजी रोमियो के लगभग 80,000 रैपर, बन्टी बबली देशी शराब गोरखपुर के लगभग एक लाख 35 हजार रैपर बरामद किये।
उन्होंने बताया कि पूछताछ पर गिरफ्तार आरोपियों ने बताया कि गिरोह सरगना चमनलाल मूल रूप से सोनीपत हरियाणा का निवासी है । इसके पिता रेलवे विभाग मे लिपिक के पद पर पुरानी दिल्ली रेलवे स्टेशन पर तैनात थे। यह बचपन से ही दिल्ली में रहकर एल्यूमीनियम ढ़लाई का काम करता था। करीब पांच साल पहले अवैध शराब के ढक्कन सप्लाई करने का काम शुरू किया और इसी दौरान इसकी मुलाकात सुरेश खटवा के सम्पर्क में आया वह भी एल्यूमीनियम के ढक्कन बनाने की फैक्ट्री चलाता है। दोनों ने मिलकर इस काम की शुरूआत की। कुछ पार्टियाॅ चमन की थी तथा कुछ सुरेश खटुआ की थी जो मिलकर सप्लाई किया करते थे।
श्री यादव ने बताया कि सेरश खटुआ ने श्याम पैकर्स के नाम से मडौली, दिल्ली में ढक्कन बनाने की फैक्ट्री, जिसमें तीन पावर प्रेस(मशीन), जिनकी कीमत करीब 10-10 लाख रूपये है। जिनसे प्रतिदिन 25 से 30 हजार एल्यूमीनियम ढक्कन बनाये जाते है। जिनमें शराब के ढक्कनों की सप्लाई मांग के अनुसार उत्तर प्रदेश, उत्तराखण्ड, राजस्थान, हरियाणा, दिल्ली व एनसीआर क्षेत्र में करते है। गिरफ्तार आरोपियों को जेल भेज दिया। पुलिस मिलावटी शराब बनाने वाले गिरोह के अन्य सदस्यों का पता लगा रही है।
सं त्यागी
वार्ता
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