राज्य » उत्तर प्रदेशPosted at: Oct 6 2021 8:01PM अपशिष्ट प्रबंधन में गतिशील अर्थव्यवस्था तलाशने के अवसर विषय पर हुई सेमिनारलखनऊ, 06 अक्टूबर(वार्ता) अपशिष्ट (वेस्ट) प्रबंधन में गतिशील अर्थव्यवस्था तलाशने के अवसर विषय पर हुई सेमिनार में वक्ताओं ने इस संबंध में विस्तार से प्रकाश डाला । इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान के अर्थ हाल में बुधवार को अपशिष्ट (वेस्ट) प्रबंधन में गतिशील अर्थव्यवस्था तलाशने के अवसर पर आधारित एक सेमिनार का आयोजन किया गया । सेमिनार की अध्यक्षता उड़ीसा सरकार के प्रमुख सचिव ज० माथी वथानन ने की। उन्होंने सॉलि़ड वेस्ट ,तरल वेस्ट व प्लास्टिक वेस्ट तथा एनवायरमेंट प्रदूषण के बारे में प्रकाश डालते हुए इसके प्रबंधन के लिए गतिशील अर्थव्यवस्था मजबूत करने के लिए अवसर खोजने के उपायों पर विस्तार से प्रकाश डाला। इस मौके पर केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के सदस्य सचिव ने प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड के नियमों, वेस्ट मटेरियल के संबंध में सरकार की गाइडलाइन अपशिष्ट से कंपोस्ट खाद बनाने, तरल अपशिष्ट से सिंचाई में उपयोगिता व अपशिष्ट का प्रबंधन करते हुए आर्थिक विकास किये जाने के संबंध में महत्वपूर्ण विचार वर्चुअल रूप से जुड़कर व्यक्त किए । नगर आयुक्त, सूरत ,(गुजरात) बन्छानिधि पानी ने वेस्ट मैनेजमेंट के बारे में सूरत मॉडल का ब्योरा प्रस्तुत किया। नगर निगम शाहजहांपुर के नगर आयुक्त ने पर्यावरण को संतुलित रखते हुए सर्कुलर इकोनामी- सतत विकास के लक्ष्यों के बारे में जानकारी दी। उन्होंने वर्तमान के साथ ही भावी पीढ़ी की आवश्यकताओं के मद्देनजर शाहजहांपुर नगर निगम द्वारा अपशिष्ट प्रबंधन के बारे में किए जा रहे कार्यों के बारे में जानकारी दी। प्रमुख निदेशक (तकनीकी) सीआईपीईटी, डा० एस एन यादव ने सिंगल यूज वेस्ट प्लास्टिक के कई क्षेत्रों में उपयोग, पैकेजिंग ,ऑटोमोबाइल क्षेत्र, कैरीबैग बनाने ,एग्रीकल्चर मे उपयोग व सड़को के निर्माण किए जाने के बारे में तकनीकी जानकारी दी । ग्लोबल हेड बिजनेस डेवलपमेंट , वा टेक वबाग, रजनीश चोपड़ा ,सी ई ओ नेप्रा, संदीप पटेल सहित अन्य वक्ताओं ने भी अपने विचार व्यक्त किये। त्यागीवार्ता