राज्य » उत्तर प्रदेशPosted at: Oct 22 2021 10:50PM रामपुर में डाक्टर ने पांच महीने से वेतन न मिलने का दुखड़ा सुनायारामपुर 22 अक्टूबर (वार्ता) उत्तर प्रदेश में रामपुर के जिला अस्पताल सदर में तैनात संविदा डॉक्टर ने पांच महीने से वेतन ना मिलने और सीएमएस द्वारा ड्यूटी में लापरवाही करने के चलते नोटिस दिए जाने का रो रो कर दुखड़ा सुनाया। उसने चेतावनी भरे लहजे में कहा कि उसके साथ यदि कोई अनहोनी होती है तो इसका जिम्मेदार अस्पताल प्रशासन होगा। साथ ही कहा कि वह मानसिक रूप से परेशान है और ऐसे में आत्महत्या या कोई और अनहोनी भी उसके साथ हो सकती है। गौरतलब है कि जिला अस्पताल सदर में तैनात ईएनटी डॉक्टर मंसूर बेग को अपनी ड्यूटी से गायब रहने के चलते मुख्य चिकित्सा अधीक्षक आरके मित्रा ने नोटिस दे दिया। नोटिस में कहा गया कि आप ड्यूटी पर तैनात नहीं रहते हैं, रोगियों को परेशानी होती है, ओपीडी में ठीक से ड्यूटी नहीं करने के चलते अपना स्पष्टीकरण दो। इस पर डॉक्टर मंसूर बेग सीएमएस के चेंबर में पहुंच गए और रो रो के अपनी फरियाद सुनाई। उन्होने कहा कि मई माह से वेतन नहीं मिला है जिसके चलते उनके सामने आर्थिक संकट खड़ा हो गया है। वे मानसिक रूप से काफी परेशान हैं। साथ ही वह ड्यूटी अपनी ईमानदारी से करते हैं। 5 मिनट के लिए कहीं गए थे और उन्हें इस पर नोटिस दे दिया गया । इन हालातों में आत्महत्या भी कर लेंगे। सं प्रदीपवार्ता