Friday, Apr 26 2024 | Time 10:36 Hrs(IST)
image
राज्य » उत्तर प्रदेश


अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष को लेकर बढ़ रही तकरार

प्रयागराज,27 अक्टूबर (वार्ता) साधु संतो की जानी मानी संस्था अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद अध्यक्ष को लेकर तकरार बढ़ती जा रही है।
श्रीमहानिर्वाणी अखाड़ा के सचिव श्रीमहंत यमुना पुरी ने अखाड़ा परिषद के नवनिर्वाचित अध्यक्ष राजेन्द्र पुरी को मान्यता देने से इंकार करते हुए इसे अवैध करार दिया है। उन्होने कहा कि अखाड़ा परिषद के पदाधिकारियों का चुनाव 20 अक्टूबर को हरिद्वार के कनखल स्थित श्रीमहानिर्वाणी अखाड़ा परिसर में हो चुका है। इसमें श्रीमहानिर्वाणी अखाड़ा के सचिव श्रीमहंत रविंन्द्र पुरी को अध्यक्ष और निर्मोही अनि अखाड़ा के अध्यक्ष राजेन्द्र दास महामंत्री चुने गये।
उन्होने कहा कि अखाडा परिषद कनखल समाज का एक परिषद है जिसमें भारत के चारों सम्प्रदाय उदासीन, वैरागी, निर्मल और सन्यांसी आते हैं। अखाड़ा परिषद की यही मर्यादा रही है। सभी के साथ सामांजस्य बैठाना, एक साथ लेकर चलना। अपने अन्दर (अखाडों में) और समाज में भी। हरिद्वार में हुए चुनाव में बहुमत के साथ श्रीमहानिर्वाणी अखाड़ा के सचिव श्रीमहंत रवीन्द्र पुरी को अध्यक्ष और श्रीनिर्मोही अनि अखाड़ा के अध्यक्ष राजेन्द्र दास महामंत्री और उदासीन बड़ा पंचायती अखाड़ा के दामोदर दास को उपाध्यक्ष चुना गया। इसके अलावा अन्य लोगों को पद दिए गये।
महंत यमुना पुरी ने आरोप लगाया है कि व्यक्तिगत स्वार्थ सिद्ध करने के लिए 25 अक्टूबर को निरंजनी अखाडा के सचिव रविंद्र पुरी को नया अध्यक्ष चुना गया है, जो नियम, परंपरा के विपरीत है। उन्होने कहा कि महामंत्री पद परिवर्तनशील है। कोई व्यक्ति जीवनभर उस पद पर आसीन नहीं रह सकता, लेकिन पूर्व महामंत्री इस पद से हटना नहीं चाहते। पद पर बने रहने के लिए उन्होने अखाड़ा परिषद की गरिमा के विपरीत काम किया है। इसके लिए वे अखाड़ों को आपस में लड़वा रहे हैं।
एक सवाल के जवाब में उन्होने कहा कि हरिद्वार में 20 अक्टूबर को हुआ अध्यक्ष पद का चुनाव ही वस्तविक रूप से सही है जबकि प्रयागराज में 25 अक्टूबर का अध्यक्ष पद का चुनाव जो नियम, परंपरा के विपरीत है। व्यक्तिगत स्वार्थ सिद्ध करने के लिए किया गया है। प्रयागराज में 2025 में आयोजित होने वाले कुंभ में किसका नेतृत्व होगा, इसपर उन्होने कहा कि अभी बहुत समय है। मतभेद दूर कर लिए जाएंगे। वो कोई गैर नहीं है, अपने ही हैं, आने वाले समय में सब ठीक हो जाएगा।
उन्होने कहा कि बहुमत साबित करने के लिए प्रयागराज की बैठक में ऐसे संतों को शामिल किया गया, जिन्हें उनके अखाड़ों ने बहिष्कृत किया है।
गौरतलब है कि 20 सितंबर को महंत नरेंद्र गिरि की संदिग्ध अवस्था में मौत के बाद से ही अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष का पद खाली था। 25 अक्टूबर को अखाड़ा परिषद का चुनाव हुआ जिसमें मनसा देवी मन्दिर ट्रस्ट के अध्यक्ष एवं पंचायती अखाड़ा श्री निरंजनी के सचिव श्रीमहंत रविंद्र पुरी को अध्यक्ष चुना गया। इसमें सभी 13 अखाड़ों ने भाग नहीं लिया था। सात अखाड़ों की मौजूदगी में उन्हें परिषद का अध्यक्ष चुना गया।
दिनेश प्रदीप
वार्ता
More News
योगी ने किया हिंदुओ की आस्था से खिलवाड़: शिवपाल

योगी ने किया हिंदुओ की आस्था से खिलवाड़: शिवपाल

25 Apr 2024 | 10:58 PM

इटावा, 25 अप्रैल (वार्ता) समाजवादी पार्टी(सपा) के राष्ट्रीय महासचिव शिवपाल सिंह यादव ने गुरुवार को कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सत्यनारायण भगवान के प्रसाद को चूरन कह कर हिंदुओं की आस्था से खिलवाड़ किया है।

see more..
परेशान न हों टिकट तो आ ही जायेगा: ब्रजभूषण

परेशान न हों टिकट तो आ ही जायेगा: ब्रजभूषण

25 Apr 2024 | 10:55 PM

बहराइच, 25 अप्रैल (वार्ता) उत्तर प्रदेश में बहराइच जिले की कैसरगंज लोकसभा सीट पर लगातार तीन बार से सांसद बृजभूषण सिंह ने गुरुवार को समर्थकों को आश्वस्त करते हुये कहा कि वे परेशान न हों, टिकट तो आ ही जायेगा।

see more..
सोशल मीडिया बना कांग्रेस की ताकत: अविनाश पांडे

सोशल मीडिया बना कांग्रेस की ताकत: अविनाश पांडे

25 Apr 2024 | 8:57 PM

लखनऊ, 25 अप्रैल (वार्ता) कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव और उत्तर प्रदेश प्रभारी अविनाश पांडे ने गुरुवार को कहा कि सोशल मीडिया की बदौलत कांग्रेस आज उत्तर प्रदेश समेत पूरे देश के घर घर में अपनी उपस्थिति दर्ज करा चुकी है।

see more..
कांग्रेस के न्याय पत्र से घबरा गए हैं मोदी: पवन खेड़ा

कांग्रेस के न्याय पत्र से घबरा गए हैं मोदी: पवन खेड़ा

25 Apr 2024 | 8:53 PM

लखनऊ, 25 अप्रैल (वार्ता) कांग्रेस के मीडिया विभाग के चेयरमैन पवन खेड़ा ने गुरुवार को कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी कांग्रेस के न्याय पत्र से इतना घबरा गए हैं कि वह अपनी गारंटियों को भूलकर दिन रात झूठा प्रोपेगेंडा फैला रहे हैं।

see more..
image