राज्य » उत्तर प्रदेशPosted at: May 12 2023 2:59PM इटावा: पूर्व मंत्री सुखदा मिश्रा का नाम मतदाता सूची से कटने के मामले में जांच के आदेशइटावा , 12 मई (वार्ता) उत्तर प्रदेश के इटावा जिले में भारतीय जनता पार्टी की वरिष्ठ नेत्री और पूर्व मंत्री सुखदा मिश्रा का नाम वोटर लिस्ट से कटने के मामले की जांच के आदेश से जिला प्रशासन ने दे दिए हैं।इटावा के जिलाधिकारी अवनीश राय ने आज यहां बताया कि उनके संज्ञान में लाया गया है कि पूर्व मंत्री सुखदा मिश्रा का नाम निकाय चुनाव की वोटर लिस्ट से किसी तरह से कट गया है । इस मामले को लेकर उपजिलाधिकारी इटावा विक्रम सिंह राघव को जांच के आदेश दिए गए हैं । जांच में बीएलओ की भूमिका को सही ढंग से जांचा और परखा जाएगा अगर बीएलओ की भूमिका वोट कटने की प्रक्रिया में पाई जाती है तो बीएलओ के खिलाफ निलंबन जैसी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।इटावा के उप जिला अधिकारी विक्रम सिंह राघव ने बताया कि जिलाधिकारी के आदेश के क्रम में पूर्व मंत्री सुखदा मिश्रा का नाम वोटर लिस्ट से कटने के मामले में जांच शुरू की गई है । जांच प्रक्रिया के दरमियान इस बात को देखा और समझा जाएगा कि पिछले निकाय चुनाव के समय पूर्व मंत्री का नाम वोटर लिस्ट में था या नही। अगर पिछले निकाय चुनाव के समय पूर्व मंत्री का नाम वोटर लिस्ट में पाया जाता है तो बीएलओ के खिलाफ विभागीय कार्रवाई के साथ-साथ निलंबन जैसी कार्रवाई भी अमल में लाई जाएगी।गुरुवार को उत्तर प्रदेश में दूसरे चरण का निकाय चुनाव संपन्न हुआ है इसी कड़ी में इटावा में मौजूद पूर्व मंत्री सुखदा मिश्रा अपने मताधिकार का प्रयोग करना चाहती थी लेकिन जब लिस्ट में अपने नाम को जांचा और परखा गया तो उनका नाम लिस्ट में नहीं पाया गया आमतौर पर उनको अपने मताधिकार का प्रयोग करने के लिए राजकीय कन्या इंटर कॉलेज मतदान केंद्र पर पहुंचना होता था लेकिन जब उनका नाम वोटर लिस्ट में नहीं पाया गया तो वह हताश और निराश हो गई और उन्होंने इस पूरे मसले को लेकर के अपने करीबियों के जरिए कई और वोटर लिस्ट को खंगाला उनका ऐसा मानना था कि संभवत उनका नाम किसी दूसरी लिस्ट में जोड़ना दिया गया हो लेकिन उनका नाम कहीं पर भी सामने नहीं आया दोपहर बाद यह जानकारी सार्वजनिक तौर पर हर किसी को हो गई जिसके बाद मीडिया ने इस मामले में श्रीमती मिश्रा से जानकारी ली।वरिष्ठ भाजपा नेत्री पूर्व मंत्री ने वोटर लिस्ट से उनका नाम कटने को लेकर नाराजगी जताते हुए प्रशासनिक अधिकारियों और चुनाव अधिकारियों के भूमिका पर सवाल खड़ा किया है। उनका कहना है कि वह यह नही समझ पा रही है कि आखिरकार उनका नाम निकाय चुनाव की वोटर लिस्ट से आखिरकार कैसे कट किया ।उन्होंने यह भी कहा कि अकेले उनका ही नाम नहीं बल्कि कई सैकड़ा लोगों के नाम भी वोटर लिस्ट से काटे गए हैं। कांग्रेस की एन डी तिवारी सरकार और जनता दल की मुलायम सरकार में श्रीमती मिश्रा प्रभावी मंत्री की भूमिका में रही है।इटावा की इकलौती महिला सांसद सुखदा मिश्रा 1974, 1980, 1984 में कांग्रेस से और 1989 में जनता दल से विधायक निर्वाचित होकर विधानसभा पहुंची। जनता दल सरकार में कैबिनेट मंत्री बनी। पहली विधायक के बाद जिले की पहली महिला कैबिनेट मंत्री बनने का गौरव भी उनको हासिल है। 1998 में सुखदा मिश्रा इटावा से पहली दफा बीजेपी सांसद के रूप में निर्वाचित हुई।सं सोनियावार्ता