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ओबामा, बुश और क्लिंटन अमेरिकियों में भरोसा कायम करने के लिए कोरोना वैक्सीन लेने को तैयार

ओबामा, बुश और क्लिंटन अमेरिकियों में भरोसा कायम करने के लिए कोरोना वैक्सीन लेने को तैयार

वाशिंगटन, 03 दिसंबर (वार्ता) अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपतियों बराक ओबामा, जॉर्ज डब्ल्यू बुश और बिल क्लिंटन ने कहा है कि अमेरिकी नागरिकों में कोरोना वायरस वैक्सीन के प्रति विश्वास पैदा करने के लिए वे पहले स्वयं टीकाकरण करवाने के लिए तैयार हैं।

ये बयान ऐसे समय में आये हैं जब अमेरिका में दिसंबर के मध्य में फाइज़र और मॉडर्ना की कोरोना वायरस वैक्सीन की पहली खेप पहुंचने की उम्मीद है।

श्री ओबामा ने बुधवार को सीरियसएक्सएम रेडियो के साथ एक साक्षात्कार में कहा कि उन्हें शीर्ष अमेरिकी संक्रामक रोग विशेषज्ञ एंथनी फौसी पर पूरा भरोसा है। उन्होंने कहा कि यदि श्री फौसी उन्हें कहते हैं कि यह वैक्सीन सुरक्षित है तो वह इसे जरूर लेने के लिए तैयार हैं।

उन्हाेंने कहा, “मैं इसे लूंगा और मैं इसे टीवी पर ले सकता हूं या इसे फिल्माया जा सकता है ताकि लोगों को पता चले कि मुझे इस विज्ञान पर भरोसा है।”

पूर्व राष्ट्रपति ने माना कि अफ्रीकी अमेरिकी समुदाय के कुछ लोगों समेत कई ऐसे लोग हैं, जिन्हें टीके पर संदेह है। उन्होंने हालांकि जोर देकर कहा कि बड़े पैमाने पर टीकाकरण के कारण ही पोलियो जैसे रोग का उन्मूलन हो सका तथा खसरा और चेचक से होने वाली सामूहिक मौतों पर विराम लग सका।

इसी दिन, पूर्व राष्ट्रपति जॉर्ज बुश के चीफ ऑफ स्टाफ फ्रेडी फोर्ड ने सीएनएन को बताया कि पूर्व राष्ट्रपति ने श्री फौसी और व्हाइट हाउस की कोविड ​​-19 प्रतिक्रिया टीम के साथ यह जानने के लिए बात की थी कि वह टीके को बढ़ावा देने में मदद करने के लिए क्या कर सकते हैं।

उन्होंने कहा, “सबसे पहले, टीकों को सुरक्षित समझा जाना चाहिए और उन लाेगों का प्राथमिकता के आधार पर टीकाकरण किया जाना चाहिए जिन्हें सबसे अधिक जरूरत है। इसके बाद श्री बुश खुशी से कैमरे के सामने ऐसा करेंगे।”

श्री क्लिंटन भी सार्वजनिक रूप से टीका लेने के लिए तैयार हैं। उनके प्रवक्ता एंजल उवेका ने कहा, “राष्ट्रपति क्लिंटन वैक्सीन उपलब्ध होते ही सार्वजनिक स्वास्थ्य अधिकारियों द्वारा निर्धारित प्राथमिकताओं के आधार पर टीकाकरण जरूर करवाएंगे और अगर अमेरिकी नागरिकों में टीकाकरण के प्रति विश्वास पैदा करने में मदद मिली तो वह इसे सार्वजनिक तौर पर भी ले सकते हैं।”

नवंबर के गैलप पोल के अनुसार, अमेरिकी नागरिकों में कोरोना वायरस टीकाकरण का डर कम होने लगा है लेकिन चालीस प्रतिशत अमेरिकी वयस्कों का अब भी कहना है कि वे टीका नहीं लेंगे।

यामिनी जितेन्द्र

वार्ता

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