कुशीनगर,26 फरवरी (वार्ता) उत्तर प्रदेश में कुशीनगर में आपदा राहत घोटाला में तीन कर्मचारियों को संशोधित नोटिस जारी कर जबाब मांगा गया है जिससे बिचौलिये की भूमिका में कई और चेहरे बेनकाब होने की संभावना है।
जिला अधिकारी के निर्देश पर जनवरी 2020 से मामले की जांच एसआईटी टीम कर रही है। संशोधित आरोप पत्र जारी करते हुए मुख्य विकास अधिकारी (सीडीओ) आनन्द कुमार ने आपदा पटल पर तैनात रहे रामेश्वर सिंह, विजयनाथ उपाध्याय एवं राजेश कुमार से एक हफ्ते में जवाब मांगा है। आरोप पत्र में पूछा है कि आप लोगों की तैनाती रहते आपदा राहत की धनराशि में कैसे घोटाला हो गया। जवाब मिलने पर अगली कार्रवाई तय की जाएगी। इसकी जांच खुद सीडीओ, एडीएम विध्यवासिनी राय एवं वरिष्ठ कोषाधिकारी रईस अहमद की टीम कर रही है। अभी तक दो कराेड़ 20 लााख रुपये घोटाले की पुष्टि हो चुकी है।
ज्ञातव्य हो कि कलेक्ट्रेट से रमन श्रीवास्तव नामक युवक ने नौ अगस्त 2018 को आपदा राहत का 67 लाख 60 हजार पांच सौ रुपये का चैक अपने खाते में जमा कराया था। जिसके कुछ दिन बाद उसके सहयोगियों में मीरा, आरती एवं स्वयं के एसबीआई खाते में उसने इस धनराशि को हस्तांतरित करा लिया। अलग-अलग तिथियों में उसने 44 लाख रुपये की स्वयं निकासी की थी। इस मामले में तत्कालीन ओसी बिल्स प्रभारी विपिन कुमार की तहरीर पर पांच लोगों के खिलाफ नामजद मुकदमा दर्ज हुआ था।
सं तेज
वार्ता