राज्य » उत्तर प्रदेशPosted at: Oct 25 2021 6:59PM झांसी प्रशासन के असहयोग के कारण टला प्रियंका गांधी का दौरा
झांसी 25 अक्टूबर (वार्ता) कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव और पार्टी की उत्तर प्रदेश प्रभारी प्रियंका गांधी वाड्रा का आगामी 27 अक्टूबर को झांसी में महिलाओं से संवाद का कार्यक्रम स्थानीय प्रशासन के असहयोग के कारण टल गया है।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री प्रदीप जैन आदित्य ने सोमवार को बताया कि श्रीमती गांधी उत्त्र प्रदेश की वीरांगना नगरी झांसी में 27 अक्टूबर को महिला संवाद कार्यक्रम आयोजित किया जाना था। मगर, प्रशासन के असहयोगात्मक रवैये के चलते इस कार्यक्रम को रद्द कर दिया गया है।
जैन ने यूनीवार्ता को बताया कि उत्तर प्रदेश के आगामी विधानसभा चुनाव में 40 प्रतिशत महिलाओं को टिकट दिये जाने की कांग्रेस की घोषणा से योगी सरकार की नींद उड़ गयी है। घबरायी सरकार इसका कोई तोड़ नहीं निकाल पा रही है और प्रियंका जी के बढ़ते कदमों को रोकने के लिए तमाम तरह की कवायद कर रही है।
उन्होंने आरोप लगाया कि झुंझलाहट में स्थानीय प्रशासन पर दबाव बनाकर श्रीमती गांधी के कार्यक्रम के आयोजन को मंजूरी देने पर अड़ंगे लगाये गये। उन्होंने कहा कि अगर यही कार्यक्रम सत्ता पक्ष का होता तो प्रशासन आधे घंटे में सारी व्यवस्थाएं कर देता । जैन ने कहा कि प्रशासन के असहयोग के कारण ही कार्यक्रम रद्द करना पड़ा है।
उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के महासचिव राहुल रिछारिया ने बताया कि इस कार्यक्रम के लिए लगातार प्रशासन ने बात की गयी थी । झांसी स्थित पैरामेडिकल ऑडिटोरियम में इस कार्यक्रम के लिए महारानी लक्ष्मीबाई मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डाॅ़ एस एन सेंगर से बात भी की जा चुकी थी। प्राचार्य की इसके लिये स्वीकृति मिलने के बाद श्रीमती गांधी के सुरक्षाकर्मियों ने ऑडिटोरियम का निरीक्षण भी कर लिया था लेकिन जिलाधिकारी कार्यालय की ओर से लगातार टालमटोल की जा रही थी।
इस बीच बताया गया कि कांग्रेस के इस कार्यक्रम के लिए किसी सरकारी भवन को नहीं दिये जाने को लेकर राज्य सरकार के स्तर से पहले ही दबाव था। कार्यक्रम की तिथि नजदीक आती देख स्थानीय कांग्रेसी नेताओ ने दो स्थानीय विवाह घरों को भी कार्यक्रम के लिए चयनित किया। मगर श्रीमती गांधी के सुरक्षा अधिकारियों ने विवाह घर को सुरक्षा कारणों से अनुपयुक्त बताया।
श्री रिछारिया ने बताया कि हालाांकि कार्यक्रम को शासन प्रशासन के असहयोग के कारण रद्द कर दिया गया है लेकिन फिर भी श्रीमती गांधी ने निर्देश दिये कि जिन महिलाओं से मुलाकात करने का कार्यक्रम था उनसे मिलकर उनकी समस्याएं जानें और लिखित में उनके कार्यालय पर भेजी जाएं। इसके लिए लगातार काम किया जा रहा है।
सोनिया निर्मल
वार्ता