देहरादून,16 अक्तूबर (वार्ता) उत्तराखंड स्थित भगवान शिव शंकर के ग्यारहवे ज्योतिर्लिंग बाबा केदारनाथ के दर्शन कर आ रहे महाराष्ट्र निवासी दो श्रद्वालु नदी के मध्य फंस गये, जिन्हें कड़ी मेहनत के बाद राज्य आपदा प्रतिवादन बल (एसडीआरएफ) ने शुक्रवार देर रात्रि सुरक्षित बाहर निकाल लिया।
एसडीआरएफ प्रवक्ता ने शनिवार सुबह बताया कि कल 15 अक्टूबर को देर शाम, चौकी लिन्चोली से टीम को गरुड़ चट्टी के पास किसी व्यक्ति का पैर फैक्चर हो गया है और टीम की आवश्यकता होने की सूचना मिली। इस पर हेड कांस्टेबल प्रेम प्रकाश के नेतृत्व में कई राहत टीमों ने गरुड़ चट्टी पुल से लेकर भैरव ग्लेशियर तक नदी में सर्चिंग की, लेेकिन कोई नहीं मिला। इसके बाद यह सूचना गरुड़ चट्टी पुल की न होकर छोटी लिन्चोली से नीचे नदी की थी। राहत दल द्वारा सही सूचना प्राप्त होते ही बिना समय गवाये तत्काल छोटी लिन्चोली से नीचे नदी मे सर्चिंग की गई। तलाश के दौरान दो व्यक्ति नदी के दूसरी तरफ फंसे हुए पाए गए।
प्रवक्ता ने बताया कि बचाव दल द्वारा दोनों व्यक्तियों को रोप के माध्यम से सकुशल बचा लिया। दोनों व्यक्ति रामदास पठारे पुत्र दत्तू, निवासी तल्ले गांव और यशवंत डभारे पुत्र पाण्डुरंग निवासी गांव दाभाड़े, जनपद पुणे (महाराष्ट्र) निवासी हैं। सुरक्षित बचाये गये व्यक्तियों ने बताया कि वे यहां केदारनाथ यात्रा के लिए आये थे। केदारनाथ मंदिर से गौरीकुण्ड की ओर वापस आते समय अपने मुख्य मार्ग को छोड़कर नदी किनारे चलते हुए जल्दी नीचे पहुचने के प्रयास में रास्ता भटक गए और नदी की दूसरी ओर जा फंसे।
सं.श्रवण
वार्ता