तिरुपति, 26 फरवरी (वार्ता) केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह आगामी चार मार्च को तिरुपति में 29वीं दक्षिणी क्षेत्रीय परिषद (एसजेडसी) की बैठक की अध्यक्षता करेंगे, जिसमें सभी दक्षिणी राज्यों के नदी जल विवाद और आंध्र प्रदेश और तेलंगाना के बीच लंबित कई मुद्दों पर विचार-विमर्श किया जाएगा।
जब से आंध्र प्रदेश का दो राज्यों में विभाजन हुआ। आंध्र प्रदेश और तेलंगाना में कृष्णा और गोदवरी नदी जल वितरण के मुद्दा ज्वलंत है और बैठक में इस मुद्दे को उठाने की संभावना है।
आंध्र प्रदेश सरकार ने राज्य पंचायत राज मंत्री पी. रामचंद्र रेड्डी और पूर्व विशेष मुख्य सचिव प्रेमचंद्र रेड्डी को जल आवंटन पर राज्य के मामले को पेश करने के लिए नामित किया है। दक्षिणी क्षेत्रीय परिषद बैठक में गोदावरी, कृष्णा, कावेरी और पेरियार नदियों पर दक्षिणी राज्यों के बीच पानी के मुद्दों पर विचार-विमर्श किया जाएगा।
बैठक में केरल और तमिलनाडु के बीच मुल्लापेरियार बांध, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना और कर्नाटक के अलमाटी बांध, तमिलनाडु और कर्नाटक में कावेरी जल बंटवारे पर भी विचार विमर्श की संभावना है।
केन्द्रीय जल शक्ति मंत्रालय ने कृष्णा और गोदवरी बोर्ड के मुद्दों को दो तेलुगू राज्यों को भेज दिया है। आंध्र प्रदेश और तेलंगाना दोनों राज्यों ने केंद्रीय जल आयोग की मंजूरी के बिना ही और डीपीआर को बोर्ड को पेश करने में विफलता के बिना कई परियोजनाओं पर चर्चा करने का सुझाव दिया है।
परिषद ओडिशा में महानदी नदी के साथ गोदावरी, कृष्णा, कावेरी, पेन्ना जैसी सभी प्रमुख दक्षिणी नदियों को जोड़ने पर विचार-विमर्श करेगी ताकि सभी के बीच स्थायी रूप से पानी के मनमुटाव को मुद्दा सुलझाया जा सके।
मुख्यमंत्रियों, उपराज्यपाल और आठ राज्यों के प्रशासक संबंधित मुख्य सचिवों, सलाहकारों के अलावा अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी इस बैठक में भाग लेंगे।
उप्रेती जितेन्द्र
वार्ता