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प्रवासियों को विदा करते समय मन में है तकलीफ, चीता देखने फिर बुलाएंगे : शिवराज

प्रवासियों को विदा करते समय मन में है तकलीफ, चीता देखने फिर बुलाएंगे : शिवराज

इंदौर, 10 जनवरी (वार्ता) सत्रहवें प्रवासी भारतीय दिवस सम्मेलन के समापन समारोह को संबोधित करते हुए मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आज भावुक अंदाज में प्रवासी भारतीयों से कहा कि मेहमानों को विदा करते समय उनके मन में तकलीफ हो रही है और अब वे चीते दिखाने के लिए प्रवासी भारतीयों को फरवरी में फिर बुलवाएंगे।

श्री चौहान ने प्रवासी भारतीयों के सम्मान एवं समापन समारोह को संबोधित करते हुए ये बात कही। इस समारोह में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, गयाना के राष्ट्रपति मोहम्मद इरफान अली, सूरीनाम के राष्ट्रपति चंद्रिका प्रसाद संतोखी, मध्यप्रदेश के राज्यपाल मंगुभाई पटेल, नागर विमानन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया, विदेश मंत्री एस जयशंकर समेत कई अन्य गणमान्य लोग और बड़ी संख्या में प्रवासी भारतीय उपस्थित थे।

श्री चौहान ने कहा कि आज दुर्लभ अवसर है। एक ही मंच पर तीन राष्ट्रों के राष्ट्रपति मौजूद हैं। मन भावविभोर है। इंदौर ने सबका ऐसा स्वागत किया जैसे कोई शादी में करता है, लेकिन जब विदाई होती है, तो मन में तकलीफ होती है। इस दौरान उन्होंने प्रवासी भारतीयों से यहीं रुकने का भी आग्रह किया।

उन्होंने कहा कि 'पधारो म्हारे घर' कार्यक्रम में शामिल प्रवासी भारतीय भावविभोर थे। ऐसा लगा कि मेहमान और मेजबान दोनों परिवार जुड़ गए हैं। इंदौर की जनता ने जी-जान से ये पूरा कार्यक्रम किया। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इंदौर को स्वच्छता और स्वाद की राजधानी बताया, लेकिन उन्हें लगता है कि इंदौर जनभागीदारी की भी राजधानी है।

मध्यप्रदेश के संदर्भ में उन्होंने कहा कि प्रदेश की विकास दर भारत में सबसे ज्यादा 19.76 फीसदी है। भारत की जीडीपी में योगदान 4.3 फीसदी है। उन्होंने इसी क्रम में प्रवासी भारतीयों से प्रदेश में निवेश करने का भी अनुरोध किया। उन्होंने 'फ्रेंड्स ऑफ एमपी' पोर्टल का भी संदर्भ दिया।

प्रवासी भारतीयों से प्रदेश घूमने का अनुरोध करते हुए उन्होंने कहा कि वे चीता देखने सभी को फरवरी में बुलाएंगे। उन्होंने कहा कि सभी मेहमान इंदौर की यादों, मध्यप्रदेश की पावन स्मृतियों और हृदय में प्रेम को लेकर विदा लें।

तीन दिवसीय इस सम्मेलन की शुरुआत रविवार को हुई थी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कल इसका औपचारिक उद्घाटन किया। आज राष्ट्रपति श्रीमती मुर्मू के संबोधन के साथ ही इस सम्मेलन का समापन हो गया। आज के समारोह में विभिन्न क्षेत्रों में उल्लेखनीय कार्य करने वाले प्रवासी भारतीयों को राष्ट्रपति श्रीमती मुर्मू ने सम्मानित भी किया।

गरिमा

वार्ता

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