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रक्षक की बजाय भक्षक बन चुकी है यूपी पुलिस : संजय सिंह

रक्षक की बजाय भक्षक बन चुकी है यूपी पुलिस : संजय सिंह

बस्ती 22 अक्टूबर (वार्ता) आम आदमी पार्टी (आप) के राज्यसभा सांसद एवं उत्तर प्रदेश के प्रभारी संजय सिंह ने कहा कि उत्तर प्रदेश में कानून व्यवस्था पूरी तरह से फेल है। जिस पुलिस को आम लोगों के जीवन की रक्षा करनी चाहिए वही पुलिस हत्या कर रही है।

श्री सिंह ने शुक्रवार को यहां सर्किट हाउस में पत्रकारों से बातचीत में कहा कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की सरकार में कानून व्यवस्था पूरी तरह से विफल है, आगरा में अरुण बाल्मीकि को पुलिस ने जबरन घर से उठा लिया और इतना मारा कि उसकी मौत हो गई। पीड़ित परिवार से मिलने से हमें रोका गया।

उन्होने कहा कि लोकतांत्रिक देश में अब तिरंगा यात्रा निकालने में भी मनाही है। कल हम लोग वाराणसी में तिरंगा यात्रा निकाल रहे थे जिसे प्रशासन ने अवैध घोषित कर दिया। अगर हम लोग अपने देश की आन बान शान तिरंगा को लेकर पदयात्रा नहीं कर सकते तो कहां करेंगे। दरअसल, आप के बढ़ते जनाधार को देखकर भाजपा सरकार बौखला गई है।

आप नेता ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कहते हैं कि भ्रष्टाचार विकास में बाधा उत्पन्न कर रहा है अगर भ्रष्टाचार विकास में बाधा उत्पन्न करता है तो उसको दूर करने के लिए भाजपा की सरकार द्वारा क्यों नहीं प्रयास किया जा रहा है।

कोरोना काल में जब सभी विद्यालय बंद थे उस समय कस्तूरबा विद्यालयों से 9 करोड रुपए निकाल लिए गए। अभी तक उसकी जांच नहीं कराई गई।

एक प्रश्न के जवाब में उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी की सरकार बनने के बाद प्रदेश में 24 घंटे बिजली की व्यवस्था देंगे और जितने पुराने बिजली के बिल बकाया हैं सबको 2022 की होलिका में जला देंगे। वर्तमान समय में उत्तर प्रदेश में 170 विधानसभा प्रभारी बनाए गए हैं जिन्हें अपार जनसमर्थन मिल रहा है।

श्री सिंह ने कहा कि लखीमपुर कांड में अभी तक मंत्री को बर्खास्त नहीं किया गया है ना ही उनके द्वारा इस्तीफा दिया गया जब तक मंत्री अपने पद पर बने रहेंगे तब तक उन पीड़ितों को न्याय नहीं मिलेगा। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) जो राष्ट्रवाद का ढिंढोरा पीट रही है वहीं सरकार तिरंगा यात्रा निकालने से रोक रही है। कोरोना काल में उत्तर प्रदेश में ऑक्सीमीटर सहित अन्य उपकरणों को लागत से कई गुना ज्यादा पर खरीद कर चरम सीमा पर भ्रष्टाचार किया गया जिसका जांच पड़ताल ठंडे बस्ते में चला गया है अगर इसकी जांच कराई जाएगी तो दूध का दूध पानी का पानी हो जाएगा। जल जीवन मिशन में पूरी तरह से भ्रष्टाचार का खेल खेला गया लेकिन इसमें कोई कार्यवाही नहीं की गई।

सं प्रदीप

वार्ता

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