भोपाल, 29 जुलाई (वार्ता) मध्यप्रदेश कांग्रेस मीडिया विभाग की अध्यक्ष श्रीमती शोभा ओझा ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय द्वारा यह कहा जाना कि “कर्नाटक में शपथ के बाद, मध्यप्रदेश में “मिशन शुरू होगा”, पूरी तरह से हास्यास्पद है।
कांग्रेस की ओर से जारी विज्ञप्ति के अनुसार श्रीमती ओझा ने कहा कि हालही में सदन में बुरी तरह से पराजित भाजपा के हताश नेताओं द्वारा की जा रही ऐसी बयानबाजियों को व्यापमं, डंपर, ई-टेंडरिंग, पेंशन घोटालों में “कमीशन” खाने वालों के द्वारा पार्टी में अपनी “पोजीशन” बचाने का मिशन ही कहा जा सकता है। उन्होंने कहा कि कमलनाथ सरकार पूरी मजबूती के साथ अपना कार्यकाल पूरा करेगी।
उन्होंने कहा कि नंबर एक, नंबर दो और बॉस के इशारों पर, 24 घंटों में सरकार गिराने का दावा करने वालों की पोल सदन में दो बार खुल चुकी है। हाल ही में “दंड विधि संशोधन विधेयक” पर हुए मत-विभाजन में पहले ही भाजपा अपने दो विधायक खो चुकी है, उसके बाद भी इस तरह की बयानबाजियां केवल अपने आप को और अपने कार्यकर्ताओं को झूठी दिलासा दिलाने और अपना मनोबल बनाए रखने की नाकाम कोशिश ही कहा जा सकता है।
उन्होंने कहा की शिवराज सिंह और कैलाश विजयवर्गीय के बीच गुटबाजी के कारण श्री विजयवर्गीय को पहले ही पार्टी ने प्रदेश से निकाल दिया है और उन्हें पार्टी द्वारा मुख्यमंत्री न बनाए जाने की टीस, उनके मन में अभी तक है, लेकिन उन्हें इस सच्चाई को स्वीकार कर लेना चाहिए कि अब भाजपा की नहीं, कांग्रेस की सरकार है।
श्रीमती ओझा ने कहा कि भाजपा की आपसी गुटबाजी के चलते मध्यप्रदेश में शिवराज सिंह चौहान, गोपाल भार्गव, नरोत्तम मिश्रा, प्रभात झा, कैलाश विजयवर्गीय के बीच चल रहा सत्ता संघर्ष है। उन्होंने कहा कि ऐसे बयानों को केवल उसी दृष्टि से देखा जा सकता है, इससे अधिक इन बयानों का कोई महत्व नहीं है, भाजपा नेताओं के साथ ही प्रदेश की जनता भी अब इस सच्चाई को पूरी तरह से समझ चुकी है।
नाग व्यास
वार्ता