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श्रमिकों की घर वापसी झांसी जिला प्रशासन के लिए बनी चुनौती

श्रमिकों की घर वापसी झांसी जिला प्रशासन के लिए बनी चुनौती

झांसी 27 मार्च (वार्ता) रोजी रोटी की तलाश में अन्य प्रदेशों को गये मजदूरों की घर वापसी ने उत्तर प्रदेश के झांसी प्रशासन के लिए चुनौतियां पेश कर रही है ।

कोरोना वायरस के कारण देशव्यापी लॉकडाउन के बीच बड़े बडे शहरों में मजदूरों और कामगारों के सामने रोजगार और जीवनयापन का संकट उठने के बाद बड़े पैमाने पर ऐसे लोगों का घर वापसी अभियान शुरू हो गया है। पैदल ही अपने घरों को लौट रहे ऐसे लोग बड़ी संख्या में उत्तर प्रदेश के झांसी जिले से गुजरते हुए अपने गंतव्य की ओर बढ़ रहे हैं। ऐसे लोगों की मदद के लिए प्रशासन आगे आया है और सभी को बसों से उनके घरों की ओर भेजा जा रहा है।

बड़ी संख्या में दिल्ली ,ग्वालियर,आगरा ,भोपाल और दूसरे बड़े शहरों से वाहन न मिलने के कारण पैदल ही झांसी होते हुए अपने गंतव्य की ओर पैदल की जा रहे हैं । लगभग 78 लोग शुक्रवार की सुबह झांसी और मध्यप्रदेश की सीमा पर लगे चकरपुर में देखे गये जो अपने गंतव्य बांदा, हमीरपुर, टीकमगढ आदि की ओर जा रहे थे। प्रशासन को जैसे ही इनके बारे में सूचना मिली तुरंत इन लोगों को रोककर थर्मल स्कैनिंग करायी गयी और उसके बाद रोडवेज की बसों को लगाकर सभी को अपने अपने गंतव्य की ओर रवाना कर दिया गया।

जिलाधिकारी आंद्रा वामसी ने बताया कि तकरीबन 78 लोगों की थर्मल स्कैनिंग की गयी और इनके लंबे सफर को देखते हुए आगे गंतव्य तक की यात्रा आसान करने के लिए बसों को लगाया गया है ताकि यह सभी अपने अपने घरों पर सुविधा से पहुंच सकें।

उन्होंने यह भी साफ किया कि प्रशासन इन लोगों के कारण जिले में कोरोना प्रसार की आशंका को शून्य प्रतिशत पर रखने की अपनी जिम्मेदारी को मुस्तैदी से निभाते हुए गरीबों के प्रति भी अपने दायित्व का पालन करने की कोशिश में लगा है। लोग जो हमारे जिले से गुजर रहे हैं ,ज्यादातर बाईपास के रास्तों पर ही रोक लिए जा रहे हैं ,उनकी जांच की जा रही है और बाहर से बाहर ही बसों मे बैठाकर उन्हें घरों की ओर रवाना किया जा रहा है। ऐसे में इन लोगों से जिले में कोराेना के प्रसार को बढ़ने की कोई आशंका नहीं है क्योंकि यह न तो शहर में किसी से मिल रहे हैं और नही यहां रूक रहे हैं। यह लोग तो केवल झांसी के रास्ते आगे जा रहे हैं । इनका सफर आसान करने के लिए प्रशासन जाे संभव मदद कर सकता है वह मुहैया करायी जा रही है।

अभी इन लोगों को बसों से उनके गंतव्य की ओर रवाना ही किया गया था कि इसी बीच लगभग 100 से अधिक लोग ग्वालियर रोड से दिल्ली, ग्वालियर, आगरा से झांसी की ओर चले आये। इन लोगों ने बताया कि ये फैक्ट्री, कारखानों और दिहाड़ी मजदूरी आदि का काम करते थे लेकिन लॉकडाउन के कारण न तो काम मिल रहा और न ही खाने पीने की व्यवस्था हो रही । ऐसे में परिवार के साथ घर वापसी के अलावा उनके पास कोई और चारा नही था।

घर के लिए निकले तो कोई साधन नहीं मिला। कोई चारा न देख बच्चों को कंधे पर लेकर पैदल ही यह लोग भूखे प्यासे अपने घरों की ओर चल दिये। मार्ग में कहीं कही पुलिस और समाजसेवियों की मदद से कभी वाहन तो कभी भोजन मिला और जहां ऐसी मदद नहीं मिल पायी वहां रास्ता पैदल ही तय किया। ऐसे लोगों के झांसी पहुंचने के दौरान भूखे प्यासे इन लोगों को कई समाजसेवियों ने भोजन कराया और प्रशासन ने पूरी जांच के बाद बसों से अपने अपने गंतव्य की ओर रवाना किया।

सोनिया

वार्ता

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