Saturday, Apr 27 2024 | Time 00:15 Hrs(IST)
image
राज्य » पंजाब / हरियाणा / हिमाचल


कोविंद ने किसानों को हरियाणा कृषि रत्न पुरस्कार से किया सम्मानित

कोविंद ने किसानों को हरियाणा कृषि रत्न पुरस्कार से किया सम्मानित

गन्नौर (सोनीपत), 17 फरवरी (वार्ता) राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने रविवार को यहां राज्य के नौ किसानों को हरियाणा कृषि रत्न पुरस्कार प्रदान किया।

श्री कोविंद ने यहां भारतीय अंतरराष्ट्रीय बागवानी बाजार में चौथे कृषि नेतृत्व शिखर सम्मेलन के समापन समारोह के दौरान ये पुरस्कार वितरित किये। उन्होंने चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय हिसार को पहला हरियाणा

किसान रत्न पुरस्कार भी प्रदान किया। विश्विद्यालय के कुलपति डा. केपी सिंह ने विश्वविद्यालय की ओर से यह पुरस्कार प्राप्त किया जिसमें पांच लाख रुपये एवं प्रशस्ति पत्र शामिल है।

यमुनानगर जिला के रामनगर के मागेराम को बासमती धान में पानी की बचत के लिए बीज संग सीधी बिजाई तकनीक, महेंद्रगढ़ जिला के गांव गुढ़ा की नीतू को जैविक खेती, गौवंश पालक और अन्य महिला किसानों के लिए प्रेरणा के लिए

यह सम्मान किया गया। रेवाड़ी जिला के भाडावास गांव के किसान भूपेंद्र सिंह को समग्र खेती विधि के जरिए जैविक उत्पाद एवं उत्तम जल प्रबंधन के लिए, भारत कॉलोनी रोहतक के डा. शिव दर्शन मलिक को गऊ पर आधारित भवन निर्माण सामग्री ब्लाक वैदिक प्लास्टर उत्पादन के लिए सम्मानित किया।

हिसार के प्रभूवाला गांव के शिवशंकर को टपका सिंचाई से बागवानी फसलों के लिए, गांव मकडौला जिला गुरुग्राम के किसान सतीश को बांस की स्टैकिंग बनाकर टमाटर एवं खीरा उत्पादन के लिए कार्य करने, गांव चिड़ी जिला रोहतक के

किसान धर्मपाल को मत्स्य पालन के लिए, समालखा के विधायक एवं मच्छरौली गांव निवासी रविंद्र मच्छरौली को श्रेष्ठ कुक्कट चिकस उत्पादन के लिए तथा मनौली गांव जिला सोनीपत के किसान दिनेश कुमार को खेती में विविधिकरण

अपनाकर स्वीटकार्न, स्ट्रोबेरी का उत्पादन एवं सीधी मार्केटिंग करने के लिए हरियाणा कृषि रत्न पुरस्कार से सम्मानित किया गया। पुरस्कार स्वरूप सभी किसानों को एक-एक लाख रुपये और प्रशस्ति पत्र दिया गया।

श्री कोविंद ने भारतीय अंंतरराष्ट्रीय बागवानी बाजार के मॉडल का अवलोकन किया और भविष्य की योजनाओं की जानकारी ली। इस दौरान कृषि मंत्री ओमप्रकाश धनखड़ ने उन्हें मंडी के विशेषताओं व महत्व के बारे में अवगत करवाया। श्री धनखड़ ने बताया कि यह एशिया की बड़ी मंडियों में शामिल होगी और यह दिल्ली एनसीआर ही नहीं बल्कि विदेशों तक हरियाणा के किसानों के फल, फूल, सब्जी एवं डेयरी उत्पादों को पहुंचाने का काम करेगी।

image