राज्य » पंजाब / हरियाणा / हिमाचलPosted at: Feb 18 2019 4:36PM जंगल में आग की घटनाओं से दो करोड़ की वन संपत्ति खाकशिमला, 18 फरवरी (वार्ता) पिछले वर्ष हिमाचल प्रदेश में जंगल में लगी एक हजार से अधिक घटनाओं से लगभग नौ हजार हेक्टेयर वन भूमि प्रभावित हुई और लगभग दो करोड़ रुपये की वन संपत्ति खाक हो गई। यह जानकारी वन मंत्री गोविंद ठाकुर ने विधानसभा में भाजपा सदस्य जवाहर ठाकुर के सवाल के लिखित जवाब में दी। उन्होंने सदन को बताया कि स्थानीय लोगों, पंचायतों से लेकर स्कूली बच्चों और गैर सरकारी संगठनों से संपर्क अभियान चलाकर जंगल की आग बुझाने के प्रयासों में शामिल होने के लिए लोगों को प्रेरित किया जा रहा है। मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी सदस्य राकेश सिंघा के एक सवाल के जवाब में मुख्यमंत्री ने बताया कि पिछले साल प्रदेश में अनुसूचित जाति व अनुसूचित जनजाति (अत्याचार उन्मूलन) अधिनियम 1989 के तहत 153 प्राथमिकी दर्ज की गई हैं। इनमें से 37 मामलों में कोई गिरफ्तारी नहीं हुई, 83 मामलों में आरोपियों को जमानत मिल चुकी है। उन्होंने बताया कि 233 पीड़ितों को कुल एक करोड़ नब्बे लाख रुपये का मुआवजा दिया जा चुका है। प्लास्टिक डस्टबिन (कचरापेटियों) पर सांसदों के नाम लिखे होने से संबंधित एक सवाल के जवाब में ऊर्जा मंत्री अनिल शर्मा ने बताया कि सतुलज जल विद्युत निगम लिमिटेड और नेशनल हायड्रोलिक पावर लिमिटेड प्रदेश में कार्पोरेट सामाजिक जिम्मेदारी गतिविधियों के तहत यह कचरापेटियां लगा रहे हैं। मंत्री ने स्वीकार किया कि 6000 कचरापेटियों पर सांसदों के नाम लिखे हुए हैं। सं महेश कुलदीप 1635वार्ता