बलिया, 17 सितम्बर (वार्ता) उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि प्रदेश में बाढ़ से बर्बाद हो रहे गांवों को बचाने का सरकार स्थायी समाधान निकालेगी।
श्री योगी मंगलवार को यहां बलिया जिले में गंगा नदी में आयी बाढ़ से हुई तबाही को देखने के बाद बाढ़ पीड़ितों को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि सरकार बाढ़ से बर्बाद हो रहे गांवों को बचाने का स्थायी समाधान निकालेगी । साथ ही नदियों की कटान के निशाने पर जो भी गांव हैं उन्हें सुरक्षित करने के लिए नदियों की धारा को मोड़ा जाएगा।
उन्होंने कहा कि बाढ़ के बाद जब स्थिति सामान्य हो जाएगी और नदियों का जलस्तर घट जाएगा तब इस योजना पर कार्य शुरू होगा। इसके लिए सिंचाई विभाग के उच्चाधिकारियों को निर्देश दिया गया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्राकृतिक आपदा की इस घड़ी में सरकार पूरी तरह से बाढ़ पीड़ितों के साथ खड़ी है। उन्होंने गंगा नदी में आयी बाढ़ के लिए मध्य प्रदेश एवं राजस्थान में हो रही भारी बारिश और इसके चलते बेतवा तथा चम्बल नदी में आयी बाढ़ को कारण बताया। उन्होंने बताया कि सूचना मिली कि सोमवार को गंगा नदी के कटान से दूबे छपरा रिंग बांध टूट गया था। इससे एक दर्जन से अधिक गांवों में बाढ़ का पानी घुस आया था।
उन्होंने बताया कि जिला प्रशासन के अनुसार गंगा नदी में आयी बाढ़ की तबाही से पैंतीस हजार से अधिक आबादी प्रभावित है। उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन को यह निर्देश दिया गया है कि बाढ़ में जिनके घर तबाह हो गए हैं, पशुओं की हानि हुई है, फसल बर्बाद हुयी है, उन सभी लोगों को बारह घण्टे के मुआवजा दे दिया जाय।
श्री योगी ने कहा कि इसके लिए सरकार द्वारा धन की पूरी व्यवस्था की गयी है। साथ ही जिला प्रशासन को यह अधिकार दे दिया गया है कि वह टी आर.27 का प्रयोग कर धन की व्यवस्था करे। उन्होंने कहा कि जिस तटबंध के टूटने से यह तबाही आयी है उसे बचाने के लिए उनकी सरकार ने भरपूर प्रयास किया, लेकिन आपदा के आगे यह प्रयास कम पड़ गया।
उन्होंने कहा कि सरकार बाढ़ पीड़ितों को ताजा भोजन, शुद्ध पानी, चिकित्सा सुविधा व पशुओं के चारे की व्यवस्था कराएगी। इसके लिए जिला प्रशासन और जनप्रतिनिधियों को निर्देश दिया गया है। साथ ही जिला प्रशासन को कहा है कि वह किसी बाढ़ पीड़ित को सड़क किनारे प्लास्टिक के निचे नहीं रहने दे बल्कि उनके रखने की व्यवस्था सरकारी इमारतों में करे। श्री योगी के आने पर भारी बारिश हुई लेकिन वे बाढ़ पीड़ितों का दर्द बांटने पहुंचे ।
गौरतलब है कि सोमवार को गंगा नदी के कटान के चलते दूबे छपरा रिंग बांध टूट गया था। इसके पहले जिला प्रशासन ने कई गांवों को खाली करा लिया था।
सं त्यागी
वार्ता