राज्य » उत्तर प्रदेशPosted at: Oct 16 2019 8:00PM राष्ट्रीय अयाेध्या अमन तीन अंतिम अयोध्यानिचली अदालतों से लेकर उच्चतम न्यायालय तक पहुंचे इस मामले की सुनवाई के बीच इस विवाद के स्थायी समाधान का रास्ता सुलह समझौते से कराने की कई बार कोशिश की गयी लेकिन परिणाम नहीं निकल सका। जनवरी 2002 में तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने अपने कार्यालय में एक अयोध्या विभाग शुरू किया, जिसका काम विवाद को सुलझाने के लिए हिंदुओं और मुसलमानों से बातचीत करना था। अयोध्या विवाद सुलझाने के लिए प्रधानमंत्री वाजपेयी ने अयोध्या समिति का गठन किया। वरिष्ठ अधिकारी शत्रुघ्न सिंह को हिन्दू और मुसलमान नेताओं के साथ बातचीत के लिए नियुक्त किया गया लेकिन 27 फरवरी 2002 को गुजरात के गोधरा में बाबरी विध्वंश के प्रतिरोध स्वरूप 59 कारसेवकों को आग में जलाकर मार दिया गया। जिस वक्त ये हादसा हुआ, श्री नरेंद्र मोदी गुजरात के मुख्यमंत्री थे। गोधरा की घटना के बाद गुजरात सांप्रदायिक दंगो की आग में झुलस उठा। इन दंगों में एक हजार से अधिक लोगों की जाने गयी। इस बीच पिछले 17 सालों में आपसी सुलह समझौते की कई कोशिशें बेकार गयीं। जबकि अदालतों के हस्तक्षेप के बावजूद मामले की पेचीदगी बढती गयी। प्रदीपवार्ता