राज्य » उत्तर प्रदेशPosted at: Nov 12 2019 7:58PM राष्ट्रीय कार्तिक पूर्णिमा उप्र दो लखनऊप्रशासन ने किसी भी प्रकार की सुरक्षा में कोई कोताही नहीं बरतना चाहता है इसलिये इसका सीधा असर कार्तिक पूर्णिमा स्नान में देखने को मिला। जहां बीस से पच्चीस लाख श्रद्धालु कार्तिक पूर्णिमा के दिन सरयू नदी में स्नान करते थे वहीं लाखों में ही सिमट कर रह गये। स्थानीय लोगों ने बताया कि इस बार सुप्रीम कोर्ट के राम मंदिर फैसले से प्रशासनिक बंदिशों के कारण श्रद्धालु अयोध्या में स्नान करने नहीं आये जिससे इसकी संख्या बहुत कम हो गयी। अयोध्या में सुरक्षा घेरा भी आज उतनी ही जबर्दस्त थी जितनी सुप्रीम कोर्ट के फैसले के दिन थी। उसमें किसी भी प्रकार की ढिलाई नहीं बरती गयी थी। चप्पे-चप्पे पर पुलिस बल के जवान तैनात थे और खुफिया तंत्र सक्रिय रहा। राम जन्मभूमि की ओर जाने वाले स्थानों पर सुरक्षा बैरियर उसी तरह लगे रहे। दो पहिया व चार पहिया गाडिय़ों को प्रवेश पर प्रतिबंध था। देवी पाटन मंडल के गोण्डा में कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर सरयू , घाघरा , राप्ती , टेढ़ी , मनोरमा , विसुही , कुआनो समेत सभी प्रमुख नदियो में सरोवरों और पोखरों में लाखों श्रद्धालुओं ने स्नान दान किया। गोण्डा में कर्नलगंज तहसील क्षेत्र में बह रही सरयू नदी के सकरौर , परसपुर क्षेत्र के पसका में स्थित संगम , सदर के सोनरसा , तिर्रे मनोरमा , टेढ़ी नदी , घाघरा , कुआनो और विसुही व अन्य सरोवरों पोखरों में लाखों भक्तों ने आस्था की डुबकी लगाकर स्नान कर भगवान विष्णु की पूजा अर्चना कर मनोकामनाये मांगी। देवरिया जिले में कार्तिक पूर्णिमा अवसर पर यहां विभिन्न स्थानों पर लोगों ने आस्था की डुबकी लगाकर भगवान भास्कर और गंगा मईया की पूजा अर्चना की। कार्तिक पूर्णिमा के पावन अवसर पर आज सुबह से ही लोगों ने बरहज के सरयू तट पर, कुशहरी में तथा अन्य नदियों के तटों पर श्रद्धालुओं का जनसैलाब उमड़ गया। लोग भगवान का भजन करते हुए नदी सरोवरों पर आस्था की डुबकी लगा रहे थे। इस दौरान लोगों ने गौ दान भी कर भी अपने जीवन को धन्य किया। कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर बरहज में मेला भी देखने को मिला जिसमें लोगों ने बड़ी संख्या में खरीदारी किया।टीम प्रदीपजारी वार्ता