चंडीगढ़, 04 जून(वार्ता) हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर प्रदेशवासियों से प्रकृति से मिली सम्पदाओं का सरंक्षण करने संतुलन बनाए रखने का प्रण लेने की अपील की है।
आज यहां विश्व पर्यावरण दिवस की पूर्व संध्या पर जारी एक संदेश में श्री खट्टर ने कहा ‘‘आज हमारी जीवनशैली ऐसी हो गई कि हम जल, ईंधन एवं ऊर्जा जैसी प्राकृतिक सम्पदाओं का दोहन कर रहे हैं। एक तरफ जहां हम अपने स्वार्थ के लिए भूमिगत जल का दोहन कर रहे हैं तो वहीं दूसरी ओर हम जल को दूषित भी कर रहे हैं। पर्यावरण बचाने के लिए हमें जल संरक्षण पर जोर देना होगा और इसी को देखते हुए हाल ही में हरियाणा सरकार ने ‘मेरा पानी मेरी विरासत’ योजना आरंभ की है ताकि भावी पीढ़ी के लिए पानी को बचाया जा सके।“
उन्होंने कहा कि जलवायु परिवर्तन आज एक अन्य वैश्विक समस्या बन गई है। इससे ऋतुएं बदल रही है, तापमान बढ़ता जा रहा है और भूजल स्तर गिरता जा रहा है। मानसून की प्रवृत्ति में बदलाव के चलते कभी बाढ़, सूखा तो कभी भूकम्प और सुनामी तथा अन्य चक्रवाती तुफानों जैसी आपदाओं का सामना करना पड़ता है। यदि प्रकृति से छेडछाड़ इसी प्रकार चलती रही तो वह दिन दूर नहीं जब मानव जाति और जीव जंतु पानी और शुद्ध हवा के लिए तरस जाएंगे।
श्री खट्टर के अनुसार कोरोना वायरस के कारण लॉकडाउन के चलते पर्यावरण में बदलाव देखने को मिला। मानवता के लिए सभी को पर्यावरण संरक्षण का संकल्प लेना चाहिए।
रमेश1957वार्ता