Saturday, Apr 27 2024 | Time 09:57 Hrs(IST)
image
राज्य » पंजाब / हरियाणा / हिमाचल


श्री हजूर साहब के प्रबंधन में दख़लअंदाजी बर्दाश्त नहीं: लोंगोवाल

अमृतसर 23 जनवरी (वार्ता) शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक समिति (एसजीपीसी) ने महाराष्ट्र सरकार की आेर से तख़्त श्री हजूर अबिचल नगर साहब बोर्ड नांदेड़ का प्रधान नियुक्त करने का सख़्त विरोध किया है।
एसजीपीसी के प्रधान गोबिन्द सिंह लोंगोवाल ने बुधवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, केंद्रीय मंत्री हरसिमरत कौर बादल और महाराष्ट्र सरकार के मुख्यमंत्री देवेन्द्र फड़णवीस को पत्र लिख कर रोष व्यक्त किया है। उन्होंने केन्द्र सरकार से माँग की है कि इस मामले में तुरंत दख़ल देकर महाराष्ट्र सरकार को ऐसा करने से रोका जाये और तख़्त श्री हजूर अबिचल नगर साहब बोर्ड नांदेड़ अधिनियम 1956 की धारा 11 को अपने मूल रूप के अनुसार ही लागू किया जाये और बोर्ड के सदस्यों में से ही प्रधान का चुनाव किया जाये।
श्री लोंगोवाल ने कहा कि सिख कौम तख़्त श्री हजूर साहब के प्रबंधों में सीधे तौर पर सरकारी दख़लअंदाजी को किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं करेगी। उन्होंने कहा कि तख़्त श्री हजूर साहब सिखों का तीर्थ स्थान है, जहाँ दुनिया भर के सिख श्रद्धा सुमन अर्पित करते हैं। तख़्त साहब के प्रबंधों को 17 सदस्यीय बोर्ड चलाता है। अधिनियम के अनुसार इन सदस्यों में से ही प्रधान का चुनाव किया जाना चाहिए, लेकिन महाराष्ट्र सरकार की ओर से ऐसा नहीं किया जा रहा। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र सरकार द्वारा अधिनियम की धारा 11 में अपनी मनमानी से संशोधन करके अपने स्तर पर प्रधान नियुक्त करना सही नहीं है।
एसजीपीसी प्रधान ने कहा कि शिरोमणि समिति दुनिया भर के सिखों की सिरमौर संस्था है और यह संस्था सरकार के इस फ़ैसले का पुरज़ोर विरोध करती है। उन्होंने कहा कि एसजीपीसी की ओर से यह मामला केन्द्र सरकार के साथ-साथ महाराष्ट्र सरकार के पास भी उठाया है। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र सरकार को समझ लेना चाहिए कि सिख पंथ में इस मामले को लेकर भारी रोष व्यापत है।
सं ठाकुर, उप्रेती
वार्ता
image