पणजी 15 मई (वार्ता) गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने रविवार को कहा कि विनायक दामोदर सावरकर इतिहास के नाम पर पश्चिम द्वारा भारत पर थोपे जा रहे दुष्प्रचार को चुनौती देने और उसका मुकाबला करने वाले पहले भारतीयों में से एक थे।
कुमाऊं साहित्य महोत्सव (केएलएफ) के समापन समारोह में उन्होंने कहा,“दुर्भाग्य से हमारे देश में पश्चिम के प्रचार और वे हमारे बारे में जो सोचते हैं, उसके कारण इतिहास हम पर थोपा गया है। उन्होंने सोचा कि हम सपेरों की भूमि हैं, उन्होंने सोचा कि हम गरीबों का देश हैं। लेकिन मेरा सवाल यह है कि क्या उन्होंने हम पर आक्रमण इसलिए किया क्योंकि हम गरीब हैं, उत्तर निश्चित रूप से ‘नहीं’ है।”
श्री सावंत ने कहा“इस दुष्प्रचार को चुनौती देने वाले पहले व्यक्ति विनायक दामोदर सावरकर थे। अपनी पुस्तक '1857 का स्वतंत्र समर' के माध्यम से ब्रिटिश साम्राज्य की ताकत को चुनौती दी और गौरवशाली देशभक्ति और ब्रिटिश साम्राज्य के खिलाफ बहादुरी से लड़ने वाले के बारे में लिखा।”
देव.संजय
वार्ता