कोलकाता, 04 जुलाई (वार्ता) पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने रविवार को स्वामी विवेकानंद की पुण्यतिथि पर उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि दी।
श्री धनखड़ ने स्वामी विवेकानंद के उद्गार “ उठो, जागो और तब तक मत रुको , जब तक लक्ष्य प्राप्त न हो जाए” का स्मरण करते हुए उन्हें श्रद्धांजलि दी। उन्होंने कहा , “ स्वामी विवेकानंद विवेकानंद जी के ये उद्गार और उनके विचार विश्व भर की पीढ़ियों को प्रेरित करते रहेंगे।”
सुश्री बनर्जी ने स्वामी विवेकानंद को श्रद्धांजलि देते हुए कहा , “ स्वामी विवेकानंद ने 1902 में आज ही के दिन महासमाधि ली थी। व्यक्तिगत स्वतंत्रता, सामाजिक समानता और भारतीय लोकाचार पर उनकी शिक्षाओं के लिए हम हमेशा उनके ऋणी रहेंगे। उनके विचार आज भी हमारे लिए प्रेरणास्त्रोत हैं।”
बारह जनवरी 1863 को कलकत्ता (अब कोलकाता) में जन्मे स्वामी विवेकानंद ने अमेरिका समेत पश्चिमी देशों में भारतीय दर्शन, योग और वेदांत के प्रसार में महत्वपूर्ण भूमिका निभायी। वर्ष 1902 में आज ही के दिन उन्होंने बेलूर मठ महासमाधि ली थी।
आध्यात्मिक गुरू रामकृष्ण परमहंस के परम शिष्य स्वामी विवेकानंद ने 1893 में 30 साल की उम्र में अमेरिका के शिकागो में हुए विश्व धर्म संसद में पहला भाषण “ अमेरिका के मेरे भाइयों और बहनों” के संबोधन के साथ दिया था।
हावड़ा स्थित बेलूर मठ की स्थापना स्वामी विवेकानंद ने ही थी । बेलूर मठ समेत राज्य के अनेक हिस्सों में आज उनकी पुण्यतिथि के मौके पर कार्यक्रम आयोजित किये गये।
टंडन जितेन्द्र
वार्ता