भोपाल, 29 जनवरी (वार्ता) मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ ने संवेदनशीलता का परिचय देते हुए कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के खिलाफ सोशल मीडिया पर आपत्तिजनक टिप्पणी करने वाले निलंबित शिक्षक को बहाल करने के निर्देश दिये हैं।
श्री नाथ ने इसके पूर्व जबलपुर के एक शिक्षक का निलंबन वापस करवाया था़, जिसने उनके खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी की थी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आलोट के जिस शिक्षक ने श्री गांधी के खिलाफ टिप्पणी की थी, उसे माफ करने का मुझे अधिकार नहीं था, लेकिन उनकी यह नीति रही है कि वे नफरत की नहीं, प्रेम की राजनीति करेंगे। उनकी इसी नीति के चलते मैंने जबलपुर के शिक्षक के खिलाफ की गई कार्यवाही को वापस लेने के निर्देश दिये थे। यही नीति मैंने इस मामले में भी अपनाई है।
उन्होंने कहा है कि श्री गांधी ने आज तक उन पर अशोभनीय टिप्पणी करने, बयानबाजी और आलोचना करने वाले तमाम विरोधियों को माफ किया हैं। वे कहते है कि 'आप जितने अपशब्द मुझे कहो, मैं उतना अधिक मजबूत होता हूँ और मेरा आत्मविश्वास दृढ़ होता है।' उनकी इस सोच के विपरीत मेरी सरकार उनके खिलाफ टिप्पणी करने वाले पर कार्यवाही करे, यह उचित नहीं था।
उन्होंने कहा कि अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का यह कतई मतलब नहीं हो सकता कि कोई व्यक्ति किसी व्यक्ति का अपमान करें, उनका अनादर करे। उन्होंने कहा कि मैं अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का पक्षधर हूँ, परन्तु इसका पालन मर्यादा और सीमाओं के साथ हो, तभी यही अभिव्यक्ति स्वस्थ लोकतंत्र का माध्यम बनती है।
उन्होंने कहा कि उन्होंने रतलाम के कलेक्टर को निर्देश दिये हैं कि वे आलोट विकासखंड के ग्राम तालोद के शासकीय प्राथमिक स्कूल के शिक्षक बालेश्वर पाटीदार को श्री गांधी को सोशल मीडिया में आपत्तिजनक टिप्पणी करने पर की गई निलंबन की कार्यवाही तत्काल वापिस लें।
नाग
वार्ता