राज्य » मध्य प्रदेश / छत्तीसगढ़Posted at: Nov 18 2018 1:38PM श्री मोदी ने आरोप लगाया कि केन्द्र की यूपीए सरकार ने अपने शासनकाल के 10 वर्षों में छत्तीसगढ़ की अनदेखी की।विकास कार्यों के लिए न तो पर्याप्त मदद नही की,और न ही नक्सलवाद से निपटने में सहयोग किया।मुख्यमंत्री डा.रमन सिंह के हाथ बंधे थे फिर भी उन्होने राज्य को विकसित करने तथा नक्सलवाद से निपटने में अपने संसाधनों से ताकत झोंकी। उन्होने कहा कि केन्द्र में भाजपा की सरकार बनने के बाद साढ़े चार वर्षों में ही डा.सिंह को खुलकर काम करने का मौका मिला।उन्होने आरोप लगाया कि यूपीए सरकार ने भाजपा शासित राज्यों की अनदेखी की उन्हे विकास के लिए धन नही दिया।वह उस समय गुजरात के मुख्यमंत्री के नाते जानते है कि किस तरह से दिल्ली के साथ लड़ना पड़ता था।उस समय का रिमोट कन्ट्रोल ऐसे परिवार के पास था जोकि भाजपा का नाम सुनना पसन्द नही करता। छत्तीसगढ़ के गठन के 18 वर्ष होने की व्यक्ति के जीवन से तुलना करते हुए उन्होने कहा कि 18 से 23 वर्ष की उम्र बहुत ही अहम होती है।कोई गलती भविष्य के लिए मुसीबत का कारण बन सकती है।हमें ध्यान देना है,और कोई गलती नही करना है तथा एक बार फिर भाजपा को राज्य की सत्ता में बैठाना है।उन्होने कहा कि दिल्ली के समर्थन से डा.सिंह छत्तीसगढ़ की तस्वीर बदलने के काम को और तेज करेंगे। उन्होने कहा कि क्या आज की युवा पीढ़ी चाहेंगी कि उनके बड़े बुजुर्गों ने जो परेशानी और मुश्किल भरी जिन्दगी जी है,वह आगे भी उन्हे जीनी पड़े।इस दौरान किसने शासन किया और कौन इसके लिए जिम्मेदार है।उन्होने कहा कि जिन्होने देश की यह हालत कर रखी थी वह उनसे साढ़े चार साल का हिसाब मांगते है.पहले वह अपनी चार पीढ़ी का जवाब तो दे। साहू वार्ता