भुवनेश्वर 29 मई (वार्ता) ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने रविवार को सिविल सर्विस प्रोबेशनर्स को देश के संस्थापकों के आदर्शों और सपनों का पालन करने व नौकरियों में उत्कृष्टता हासिल करने तथा गर्व के साथ देश की सेवा करने के लिए प्रोत्साहित किया।
श्री पटनयक ने 181 आईएएस परिवीक्षाधीनों और रॉयल भूटान सिविल सर्विस के दो परिवीक्षाधीनों के साथ बातचीत करते हुए, जो लाल बहादुर शास्त्री राष्ट्रीय प्रशासन अकादमी, मसूरी, पटनायक द्वारा आयोजित अपने भारत दर्शन कार्यक्रम के हिस्से के रूप में ओडिशा के चार दिवसीय अध्ययन दौरे पर हैं, कहा कि उनके राज्य ने पारदर्शिता, टीम वर्क, प्रौद्योगिकी और समय के सिद्धांतों पर निर्मित एक परिवर्तनकारी शासन मॉडल को गोद लिया है। ओडिशा कई क्षेत्रों में एक अग्रणी राज्य के रूप में तेजी से उभर रहा है।
उन्होंने कहा कि कभी गरीबी और चक्रवात जैसी आपदाओं के लिए जाना जाने वाला ओडिशा आज दुनिया भर में आपदा प्रबंधन के लिए एक आदर्श के रूप में पहचाना जाता है। ओडिशा एक खाद्य अधिशेष राज्य है और पिछले दशक में किसानों की आय दोगुनी हो गई है। उन्होंने कहा कि राज्य में गरीबी में तेजी से कमी आई है। उन्होंने कहा कि मिशन शक्ति के तहत 60 लाख महिलाओं को सशक्त बनाया गया है।
श्री पटनायक ने कहा कि राज्य कालिया योजना के माध्यम से किसानों को सीधे धन हस्तांतरित करने में सक्षम है और बीजू स्वास्थ्य कल्याण योजना के माध्यम से नागरिकों को स्वास्थ्य आश्वासन दिया है। स्वास्थ्य के बुनियादी ढांचे में एक बड़ा उन्नयन हुआ है। उन्होंने कहा कि 5टी कार्यक्रम के तहत हाई स्कूलों के परिवर्तन से छात्रों में पीढ़ीगत बदलाव आएगा।
इस अवसर पर मुख्य सचिव सुरेश चंद्र महापात्र ने कहा कि ओडिशा सबसे तेजी से विकसित होने वाले राज्यों में से एक है और वित्त के मामले में सबसे अच्छी तरह से प्रबंधित राज्य भी है। कोविड प्रबंधन में सफलता का हवाला देते हुए, मैंने सभी रोगियों को मुफ्त इलाज, ऑक्सीजन की आपूर्ति और सामुदायिक जुड़ाव जैसे प्रयासों को गिना है, जिसने ओडिशा को कोविड के कारण सबसे कम मृत्यु दर वाले सर्वश्रेष्ठ राज्यों में से एक बना दिया है।
बाद में, परिवीक्षार्थी ओडिशा के मंदिरों की सांस्कृतिक विरासत और स्थापत्य के चमत्कारों को देखने के लिए कोणार्क और पुरी गए तथा पुरी में भगवान जगन्नाथ के दर्शन किए।
संजय, सोनिया
वार्ता