राज्य » मध्य प्रदेश / छत्तीसगढ़Posted at: Nov 18 2018 2:32PM बस्तर चुनाव बाद नक्सलियों से निपटने नयी रणनीतिजगदलपुर, 18 नवंबर (वार्ता) छत्तीसगढ के बस्तर में चुनाव बाद अब पुलिस नई रणनीति के तहत नक्सलियों ने निपटने की तैयारी में जुटी हुई है।पहले चरण का मतदान शांतिपूर्ण रहा, वोटिंग के तीन महीने पहले से पुलिस ने बस्तर में काम करने की रणनीति पर बदलाव करते हुए शांतिपूर्ण तरीके से चुनाव निपटाने की रणनीति पर काम किया था। अब मतदान हो गया है तो एक बार फिर बस्तर में काम करने के लिए पुलिस नई रणनीति बनाने में जुटी हुई है।आधिकारिक जानकारी के अनुसार चुनाव होने के बाद नक्सलियों के खिलाफ कैसे और किस स्तर पर काम करना है, इस पर प्लानिंग शुरू हो गई है। पुलिस की नई प्लानिंग 20 नवंबर के बाद फील्ड में लागू होगी।बस्तर पुलिस महानिरीक्षक विवेकानंद सिन्हा ने बताया कि चुनाव संपन्न करवाने के लिए नक्सलियों के एनकाउंटर वाली रणनीति को कुछ दिनों के लिए रोक दिया गया था। अब जो नई रणनीति बनने वाली है उसमें एनकाउंटर के साथ निर्माण कार्यों को पूरा करवाने पर जोर होगा। इसके अलावा नए सिरे से शुरू होने वाले ऑपरेशन में डीआरजी की महत्वपूर्ण भूमिका होगी।श्री सिन्हा ने आगे बताया कि फोर्स को चुनाव संपन्न करवाने में लगाया था। 20 नवंबर तक अभी स्थिति ऐसी ही रहेगी। नक्सल प्रभावित इलाकों जहां निर्माण चल रहा है। वहां ठेकेदारों को बिना सुरक्षा के काम नहीं करने की सख्त हिदायत दी गई है। 20 तारीख के बाद से नई प्लानिंग और नए सिरे से काम किया जाएगा। उन्होंने बताया कि पुलिस ने अभी जो नई रणनीति बनाई है उसके अनुसार जिन स्थानों पर पिछले एक साल में नए कैंप खोले गए हैं।उन्होंने बताया कि उन स्थानों से ही नए ऑपरेशन लांच होंगे। इन कैंपों में जो फोर्स तैनात है वह नक्सलियों के एनकाउंटर के लिए निकलेगी और इन्हीं कैंपों के आसपास सड़क निर्माण तेज होंगे। आने वाले दिनों में फोर्स की पूरी मूवमेंट नए खुले कैंपों के आसपास के इलाकों में होगी। इसके पीछे का कारण यह नए कैंपों की स्थापना ही इसलिए करवाई गई थी ताकि इन इलाकों में निर्माण कार्य हो सकें।करीम बघेल वार्ता