राज्य » मध्य प्रदेश / छत्तीसगढ़Posted at: Jun 7 2019 7:52PM अडानी की कंपनी के विरोध में आदिवासियों का प्रदर्शनदंतेवाड़ा, 07 जून (वार्ता) छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा में आदिवासी संघर्ष समिति के नेतृत्व में आज आदिवासियों ने अपनी इष्ट देव पहाड़ी को बचाने के लिए अडानी की कंपनी को एनएमडीसी के 13 नंबर लोह अस्यक खदान देने के विरोध में प्रदर्शन किया।संघर्ष समिति के सचिव राजीव भास्कर के नेतृत्व में आज हजारों की संख्या में आदिवासियों ने अपनी इष्ट देव पहाड़ी पहाड़ को बचाने के लिए अडानी की कंपनी को एनएमडीसी के 13 नंबर लोह अस्यक खदान देने के विरोध में एनएमडीसी के चेकपोस्ट को घेर लिया और वहां धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया है। नंदाराज पहाड़ को बचाने के लिए हजारों की संख्या में आदिवासी अपने जंगल और घरों को छोड़कर यहां पहुंच रहे हैं, महिलाओं बच्चों के साथ ही अनिश्चित कालीन प्रदर्शन के लिए ये राशन समेत यहां पहुंचे हैं, एनएमडीसी के गेट के सामने की जगह अब इनका ठौर-ठिकाना बन गई है, और यह विरोध जब तक जारी रहेगा जब तक की डिपोजिट नंबर 13 का दिया गया ठेका सरकार रद्द नहीं कर देती।इस आंदोलन को समर्थन देने कांग्रेस, जनता जोगी ,आप पार्टी ,सीपीआई, सर्व आदिवासी समाज, समाज सेवी सोनी सोढ़ी नन्दलाल गुलामी, अवधेश गौतम, विमल सुराना के साथ तमाम जनप्रतिनिधि भी यहां मौजूद रहे। आदिवासी विरोध प्रदर्शन को नक्सलियों ने अपना समर्थन दिया है। नक्सलियों के दरभा डिवीजन कमेटी ने पर्चा फेककर अपना समर्थन दिया है।आदिवासियों के इस धरना प्रदर्शन में भारी संख्या में पुलिस बल तैनात है, इस पुरे इलाके को ड्रोन से मॉनिटरिंग किया जा रहा है। इस प्रदर्शन को नक्सलियों का समर्थन मिलने के बाद यहां करीब 400 की संख्या में जवान एवं महिला कमांडो तैनात कर दिए गए है।बताया जा रहा है कि अडानी ग्रुप ने सितंबर 2018 को बैलाडीला आयरन और माइनिंग प्राइवेट लिमिटेड यानी बीआईओएमपीएल नाम की कंपनी बनाई और दिसंबर 2018 को केन्द्र सरकार ने इस कंपनी को खनन के लिए 25 साल के लिए लीज दे दी।करीम नागवार्ता