राज्य » मध्य प्रदेश / छत्तीसगढ़Posted at: Oct 1 2019 6:36PM भ्रष्टाचार के खिलाफ जनप्रतिनिधियों को बात करना चाहिए - पटवारीइंदौर, 01 अक्टूबर (वार्ता) मध्यप्रदेश के उच्च शिक्षा मंत्री जीतू पटवारी ने आज कहा कि भ्रष्टाचार के खिलाफ बात करना प्रत्येक जनप्रतिनिधियों का दायित्व है।श्री पटवारी ने यहां संवाददाताओं से कहा कि जनप्रतिनिधि होने के नाते उनका भी दायित्व है कि वे जनता की समस्याओं का निराकरण करें। उन्होंने कहा कि बेहतर जनसुविधाएं मुहैया कराना उनकी सरकार की भी प्राथमिकता है।श्री पटवारी ने अपने विधानसभा क्षेत्र राउ का जिक्र करते हुए कहा कि उन्हें प्राप्त हुयीं तीन सौ से ज्यादा शिकायतों में से 80 से ज्यादा भू-राजस्व के मामलों से जुड़ी शिकायतें थीं। इससे स्पष्ट है कि राजस्व विभाग की कार्यशैली में कहीं कोई चूक है।श्री पटवारी ने कहा कि यही वजह है कि उन्होंने हाल ही में इस संबंध में इंदौर जिला प्रशासन को निर्देशित किया था। उन्होंने कहा कि नागरिकों की समस्या सुनकर अधिकारियों को निर्देश देना उनका कार्य है।मंत्री श्री पटवारी ने कहा कि यदि उनके माफी मांग लेने से भ्रष्टाचार समाप्त हो जाए, तो वे एक नहीं सौ बार माफी मांगने को तैयार हैं। उन्होंने कहा कि उनकी मंशा किसी को आहत करने की नहीं है। लेकिन नागरिकहितों में वे अपने दायित्वों का निर्वहन कर रहे हैं।हाल ही में यहां शासन की ओर से आयोजित 'सरकार आपके द्वार' कार्यक्रम में श्री पटवारी ने वरिष्ठ अधिकारियों की ओर मुखातिब होते हुए कहा था कि जिले के पटवारी भ्रष्ट हैं। हालाकि श्री पटवारी के इस बयान पर पटवारी संघ से जुड़े पदाधिकारियों ने तीखी प्रतिक्रिया दर्ज करायी है। मध्यप्रदेश पटवारी संघ ने श्री पटवारी से सार्वजनिक रूप से माफी मांगने की मांग की है। इस मामले को लेकर पटवारियों ने आंदोलन भी प्रारंभ किया है।मध्यप्रदेश पटवारी संघ के संगठन मंत्री लोकेश बेताव ने बताया कि राज्य के सभी पटवारी 'आकस्मिक सामूहिक अवकाश' पर हैं। मंत्री श्री पटवारी इस मामले को लेकर सार्वजनिक रूप से माफी नहीं मांगते हैं तो वे गुरुवार से सामूहिक हड़ताल पर चले जायेंगे।सं प्रशांतवार्ता