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छत्तीसगढ़ विधानसभा में वोरा को दी गई श्रद्धांजलि

रायपुर 22दिसम्बर(वार्ता)छत्तीसगढ़ विधानसभा में आज अविभाजित मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री स्व.मोतीलाल वोरा को भावभीनी श्रद्धांजलि दी गई।
विधानसभा उपाध्यक्ष मनोज मंडावी ने श्री वोरा के निधन की सदन में सूचना दी। उन्होंने कहा कि श्री वोरा अविभाजित मध्यप्रदेश में विधायक, दो बार मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री रहे। उन्होंने केन्द्रीय मंत्री और संगठन में भी विभिन्न पदों की जिम्मेदारी संभाली। उनका पूरा जीवन आदर्शो और सिद्धांतों के प्रति समर्पित रहा। उनके निधन से न केवल छत्तीसगढ़ को बल्कि देश को बड़ी क्षति हुई है।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि स्वर्गीय श्री वोरा अजातशत्रु थे। उनकी लगन, परिश्रम, निष्ठा और नेतृत्व के प्रति समर्पण अद्वितीय था।एक दिन पहले ही उन्होंने श्री वोरा को जन्म दिन की बधाई दी थी। तब सोचा भी नहीं था कि वे इतनी जल्दी हमसे विदा हो जाएंगे। दिल्ली प्रवास के समय भी उनसे मुलाकात हुई थी। वे कोरोना से लड़ाई जीतकर आ गए थे।उन्होने कहा कि जबसे हमने होश संभाला उन्हें काम करते देखा। उनकी सहजता, सरलता और मिलनसारता जो प्रारंभ में थी, वैसी ही अंतिम समय तक रही। उन्होंने पत्रकारिता से शुरूआत कर पार्षद, विधायक, मध्यप्रदेश के दो बार मुख्यमंत्री, उत्तरप्रदेश के राज्यपाल, सांसद और केन्द्रीय मंत्री पद का दायित्व संभाला। वे सुबह से देर रात तक ताजगी के साथ कार्य करते थे।
नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने कहा कि श्री वोरा दिल्ली में छत्तीसगढ़ की पहचान थे। एक सामान्य परिवार से निकलकर उन्होंने राष्ट्रीय क्षितिज पर कार्य किया। अनेक महत्वपूर्ण पदों के दायित्वों का निर्वहन किया। वे निर्विवाद रहे। कांग्रेस के वे अभिभावक तो थे ही उनका पक्ष-विपक्ष में भी बड़ा सम्मान था।संसदीय कार्य मंत्री रविन्द्र चौबे ने कहा कि स्वर्गीय श्री वोरा समाजवादी चिंतक थे। उनका जाना राजनीतिक क्षेत्र के लिए बड़ा नुकसान है।पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री टी.एस.सिंह देव ने कहा कि श्री वोरा के निधन से हमने एक बहुत बड़े व्यक्तित्व को खो दिया है।
पूर्व मुख्यमंत्री डॉ.रमन सिंह ने कहा कि विपक्षी दलों के सर्वोच्च नेता भी श्री वोरा का बड़ा सम्मान करते थे।वे सभी दलों में लोकप्रिय थे।वे हम सबके के लिए अभिभावक और पितातुल्य थे।जनता कांग्रेस के धरमजीत सिंह ने कहा कि सभी दलों के लोग वोरा जी का आदर करते थे। वे पूरी ईमानदारी, निष्पक्षता और निष्ठा के साथ काम करने वाले व्यक्ति थे। विधायक और सांसद के रूप में उन्होंने छत्तीसगढ़ की समस्याओं को मुखरता से उठाया।
भाजपा सदस्य बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि वोरा जी के निधन से जो क्षति हुई है, उसकी पूर्ति नहीं हो सकती। वे धीर गंभीर थे, तो उनमें दृढ़ता भी थी। हमारी इस पीढ़ी ने उनसे बहुत कुछ सीखा।कांग्रेस सदस्य सत्यनारायण शर्मा ने कहा कि वोरा जी की सादगी और सरलता एक मिसाल है।भाजपा सदस्य अजय चंद्राकर ने कहा कि वोरा जी ने जमीन से उठकर सर्वोच्च नेताओं के साथ काम किया। वे आदर्श मूल्यों को जीवंत करने वाले अजातशत्रु थे।
साहू
वार्ता
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