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रोग नियंत्रण और अर्थ-व्यवस्था संभालने में मिली सफलता

भोपाल,21 मार्च (वार्ता) मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि कोरोना वायरस के नियंत्रण के लिए जहाँ मध्यप्रदेश सरकार पूरी ताकत से कार्य कर रही है जबकि विभिन्न जनसंचार माध्यम भी जनजागरूकता बढ़ाने के लिए रचनात्मक भूमिका निभा रहे हैं। बीते एक वर्ष में रोग नियंत्रण और अर्थ-व्यवस्था पटरी पर लाने में सफलता मिली है।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने एक न्यूज़ चैनल के शिखर सम्मेलन कार्यक्रम में प्रदेश में माफिया के विरुद्ध संचालित अभियान और हरियाली बढ़ाने के लिए किए जा रहे प्रयासों की जानकारी देते हुए कहा कि प्रदेश में पड़ोसी राज्य में बढ़े कोरोना के प्रकरणों का दुष्प्रभाव पड़ा है। इसके अलावा बड़े कार्यक्रमों, भीड़ भरे समारोहों और जनता की तरफ से मास्क के उपयोग के प्रति अपेक्षाकृत जागरूकता की कमी से पुन: कोरोना वायरस फैल रहा है। इसे रोकना आवश्यक है।
श्री चौहान ने कहा कि वे आम जनता से यह अपील करना चाहते हैं कि गत एक वर्ष में अथक प्रयासों से कोरोना पर नियंत्रण का कार्य हुआ। स्थिति नियंत्रित होते हुए देख कर लोगों में लापरवाही भी दिखने लगी है। उत्सव और मेले होने लगे हैं। इस समय कोरोना वायरस का प्रभाव अधिक दिखाई दे रहा है, करीब 1300 प्रकरण सामने आए हैं, जो चिंतनीय है। उन्होंने बताया कि वे कल भोपाल की सड़कों पर निकले और बाजारों में लोगों को मास्क वितरित किए। हर व्यक्ति को मास्क का उपयोग अनिवार्य रूप से करना है। यदि कोरोना से बचाव का ये उपाय अपनाया जाता है तो हम अवश्य जीतेंगे।
उन्होंने कहा कि लोगों में निश्चिंतता का भाव आ गया इससे प्रकरण बढ़े हैं। अब चूंकि वैक्सीन भी आ गई है इसलिए प्रत्येक व्यक्ति को वैक्सीन अवश्य लगवाना है। वैक्सीन के दोनों डोज लगवाए जाना चाहिए। फेस मास्क के निरंतर उपयोग और सोशल डिस्टेंसिंग के माध्यम से स्वयं को और परिवार को सुरक्षित भी रखना है। उन्हाेंने कहा कि मध्यप्रदेश में गत वर्ष मार्च माह में उनके मुख्यमंत्री के दायित्व संभालने के समय काफी कठिन परिस्थितियाँ थीं। राजस्व प्राप्ति नहीं थी। उस समय कोरोना फैलना प्रारंभ हुआ था। अर्थ-व्यवस्था भी लड़खड़ा रही थी, लेकिन परिस्थितियों पर नियंत्रण स्थापित किया गया। प्रयास सफल हुए और गत वर्ष की तुलना में राजस्व वृद्धि में सफलता मिली है।
मुख्यमंत्री ने कोरोना काल में अर्थव्यवस्था को संभालने के प्रयासों की जानकारी देते हुए बताया कि राज्य में जहाँ शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में जरूरतमंद व्यक्तियों को रोजगार देने के लिए रोजगार सेतु पोर्टल बनाया गया, वहीं पीएम स्वनिधि योजना से शहरी क्षेत्र के साढ़े तीन लाख और ग्रामीण क्षेत्र के डेढ़ लाख, इस तरह पाँच लाख छोटे कारोबारियों को मदद की गई। मनरेगा में जरूरतमंद लोगों को कार्य देने का रिकार्ड बनाया गया। हुनरमंद लोगों को भी रोजगार दिया गया। लोकल को वोकल बनाने के प्रयास बढ़ाए गए। जहाँ बड़े उद्योग राज्य में आए, वहीं एमएसएमई सेक्टर को बढ़ावा दिया गया। शासकीय नौकरियों में भर्ती से प्रतिबंध हटाया गया।
उन्होंने कहा कि प्रदेश में माफिया के विरुद्ध अभियान चलाया गया। सरकार ने सभी तरह के माफिया के खिलाफ सख्त कर्रावाई की है। अपराधियों के विरुद्ध एफआईआर दर्ज हुई हैं और उन्हें कारावास में भेजा गया है। यह अभियान जारी रहेगा। श्री चौहान ने कहा कि राज्य में पुन: जलाभिषेक अभियान संचालित होगा। नदियों को जोड़ने की पहल की गई थी। नर्मदा और क्षिप्रा को जोड़ा जा चुका है। अन्य नदियों को भी जोड़ा जाएगा। अनेक जल संरचनाएं निर्मित की गई हैं। हर घर में नल से पानी पहुँचेगा। मैं प्रतिदिन वृक्षारोपण कर रहा हूँ। हर व्यक्ति को विभिन्न अवसरों पर पेड़ लगाना चाहिए। प्रदेश में हरियाली बढ़ाने के प्रयासों से 2 हजार वर्ग किलोमीटर वन क्षेत्र बढ़ा है। यदि एक परिवार एक पेड़ की सुरक्षा करे तो देश में सवा सौ करोड़ पेड़ लगेंगे। हम प्रदेश में गो-काष्ठ का उपयोग बढ़ाएंगे।
विश्वकर्मा
वार्ता
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