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नई शिक्षा नीति में विभिन्न भाषाओं की पाठ्य-सामग्री का समावेश करेंगे:यादव

उज्जैन, 21 मार्च (वार्ता) मध्यप्रदेश के उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि नई शिक्षा नीति में विभिन्न भाषाओं की पाठ्य सामग्री का समावेश किया जायेगा।
श्री यादव चेटीचंड पर सिंधु जागृत समाज उज्जैन के सहयोग से रविवार की शाम उज्जैन में मध्यप्रदेश सिंधी साहित्य अकादमी, संस्कृति विभाग द्वारा सांस्कृतिक संध्या और राज्य स्तरीय पुरस्कार समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में हिस्सा लिया। उन्होंने लेखन, गायन और नाट्य अभिनय क्षेत्र में सिंधी साहित्य अकादमी द्वारा वर्ष 2019, 2020 और 2021 के लिए चयनित प्रतिभाओं को पुरस्कृत भी किया।
उन्होंने कहा कि स्वतंत्रता संग्राम में योगदान देने वाली और आध्यात्मिक क्षेत्र की सिंधी समाज की विभूतियों पर पाठ्य सामग्री तैयार करने संबंधी प्राप्त सुझावों का क्रियान्वयन किया जाएगा। नई शिक्षा नीति में मातृ भाषाओं को महत्व दिया जा रहा है। नीति में सिंधी भाषा से संबंधित पाठ्य सामग्री को भी स्थान दिया जाएगा। डॉ. यादव ने कहा कि संविधान की 8वीं अनुसूची में शामिल भारतीय भाषाओं में सिंधी भी शामिल है। इस नाते राज्य सरकार इस संबंध में प्राप्त सुझावों पर आवश्यक निर्णय लेगी।
प्रारंभ में डॉ. यादव ने भगवान झूलेलाल की प्रतिमा पर दीप जला कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। उज्जैन सिंधी समाज के वरिष्ठ पदाधिकारी और नागरिक बड़ी संख्या में उपस्थित थे। म.प्र. सिंधी साहित्य अकादमी के निदेशक राजेश वाधवानी ने अतिथियों का स्वागत किया।
संत शिरोमणि हिरदाराम सहित्य गौरव सम्मान से वर्ष 2019 के लिए श्री अमर गोपलाणी इंदौर, वर्ष 2020 के लिए के.टी. दादलाणी भोपाल और वर्ष 2021 के लिए भगवान बाबाणी भोपाल को पुरस्कृत किया गया। इस पुरस्कार में चयनित लेखक /लेखिका को एक लाख रूपए की सम्मान निधि, शाल-श्रीफल और स्मृति चिन्ह प्रदान किया जाता है। मुख्य अतिथि डॉ. यादव ने संत शिरोमणि हिरदाराम साहित्य गौरव सम्मान से सम्मानित विभूतियों और अन्य सभी श्रेणी के पुरस्कृत रचनाकारों और कलाकारों को बधाई दी। संस्कृति विभाग की सिंधी साहित्य अकादमी से श्रेष्ठ गद्य और पद्य कृतियों के लिए पुरस्कार दिए गए। गद्य श्रेणी में कृष्ण खटवाणी श्रेष्ठ कृति पुरस्कार वर्ष 2019 के लिए गोप गोलाणी इंदौर को उनकी कृति जोगण जी प्रीत के लिए, वर्ष 2020 के लिए आसुदो लच्छवाणी को उनकी कृति सुहिणो सुपिनो के लिए वर्ष 2021 के लिए डॉ. नादिया मसंद इंदौर को उनकी कृति मां, मिंटो एं नफसियत के लिए पुरस्कृत किया गया। इसी तरह खियलदास बेगवाणी श्रेष्ठ कृति पुरस्कार (पद्य) में वर्ष 2019 के लिए श्रीमती रश्मि रामाणी इंदौर को उनकी कृति मां हिक सिन्धिण के लिए, वर्ष 2020 के लिए श्री कन्हैयालाल मोटवाणी मांदो भोपाल को उनकी कृति आस जा कख के लिए और वर्ष 2021 के लिए श्री नंदकुमार सनमुखाणी भोपाल को उनकी कृति नवां पन के लिए पुरस्कृत किया गया।
अकादमी द्वारा वर्ष 2019 के लिए भगवंती नावाणी श्रेष्ठ गायिका पुरस्कार श्रीमती सरला नागदेव भोपाल, वर्ष 2020 के लिए श्रीमती निशा चेलाणी इंदौर और वर्ष 2021 के लिए प्रिया ज्ञानचंदाणी भोपाल को दिया गया। मास्टर चंद्र श्रेष्ठ गायक पुरस्कार से वर्ष 2019 के लिए श्री गोवर्धन उदासी कटनी का चयन हुआ, जो पुरस्कार समारोह में शामिल नहीं हो सके। वर्ष 2020 के लिए श्री रमेश तनवाणी भोपाल और वर्ष 2021 के लिए दिलीप लालवाणी भोपाल को सम्मानित किया गया। श्रेष्ठ युवा लेखक के रूप में वर्ष 2019 के लिए पुरस्कृत गुलाब लधाणी डबरा, वर्ष 2020 के लिए राकेश शेवाणी भोपाल और वर्ष 2021 के लिए श्रीमती किरण परियाणी इंदौर को सम्मानित किया गया।
पुरस्कार वितरण समारोह में श्रेष्ठ नाट्य निर्देशक/ कलाकार भी सम्मानित किए गए। इनमें वर्ष 2019 के लिए श्री परसो नाथाणी भोपाल, वर्ष 2020 के लिए श्री ओ.पी. आसूदाणी भोपाल और वर्ष 2021 के लिए श्रीमती कविता इसराणी भोपाल का चयन किया गया। इनमें से ओ पी आसूदाणी के दिवंगत हो जाने के फलस्वरूप उनके प्रतिनिधि ने पुरस्कार प्राप्त किया। श्री नाथाणी और श्रीमती इसराणी को मंत्री डॉ. यादव ने पुरस्कार प्रदान किए। संचालन उप संचालक जनसंपर्क अशोक मनवानी ने किया।
चेटीचंड पर्व पर सांस्कृतिक संध्या भी हुई, जिसमें सुश्री निशी धामेचा नरसिंहपुर, मोहित शेवाणी भोपाल अरूधन बत्रा नागपुर प्रिया ज्ञानचंदाणी भोपाल, श्री रमेश तनवाणी भोपाल, सरला नागदेव भोपाल ने अनेक आराधना गीत और भजन सुनाए। साथ ही नृत्य प्रस्तुतियाँ भी हुईं।
कार्यक्रम में सिंधु जागृत समाज उज्जैन के अध्यक्ष दौलत खेम चंदानी, सचिव गोपाल बलवानी, संयोजक महेश परियानी, सह संयोजक संतोष लालवानी सहित अन्य पदाधिकारी उपस्थित थे।
नाग
वार्ता
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