राज्य » अन्य राज्यPosted at: Mar 20 2024 5:07PM भारतीय नौसेना ने आईआईटी खड़गपुर के साथ किये समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षरखड़गपुर, 20 मार्च (वार्ता) भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) खड़गपुर और भारतीय नौसेना ने प्रौद्योगिकी विकास, नवीन समाधान और संयुक्त अनुसंधान और विकास को बढ़ावा देने के लिए अपनी प्रतिबद्धता का प्रतीक एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए हैं। नौसेना मुख्यालय में मटेरियल (डॉकयार्ड और रिफिट) के सहायक प्रमुख रियर एडमिरल के श्रीनिवास और आईआईटी खड़गपुर के डीन, आर एंड डी प्रोफेसर रिंटू बनर्जी ने मंगलवार को दिल्ली में समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए। इस दौरान आईआईटी खड़गपुर के निदेशक वीरेंद्र कुमार तिवारी उपस्थित रहे।अध्ययन के क्षेत्रों में प्रणोदन प्रणाली, सिस्टम और नियंत्रण, उपकरण व सेंसर, औद्योगिक इंजीनियरिंग तथा परिचालन अनुसंधान व नैनो टेक्नोलॉजी , तरल पदार्थों का हाइड्रोडायनामिक अध्ययन, कंप्यूटर-एडेड डिज़ाइन, सिस्टम और उपकरणों के यांत्रिक डिज़ाइन का अध्ययन शामिल हैं।भूतल उपचार, ध्वनिकी, विश्वसनीयता, क्वांटम और क्वांटम यांत्रिकी, एआई, एमएल, बड़े डेटा एनालिटिक्स, मेक्ट्रोनिक्स और रोबोटिक्स का अध्ययन भी कार्यक्रम के दायरे में आएगा।पतवार उपांग अंतःक्रिया, पतवार समुद्री इनलेट अंतःक्रिया, वायुगतिकीय/प्लम प्रक्षेपवक्र, जहाज संरचना के अनुकूलन, इस्पात प्रौद्योगिकी के अलावा अन्य इंजीनियरिंग विषयों के लिए कम्प्यूटेशनल तरल गतिशीलता पर अन्य विशेष विकासात्मक अध्ययन शामिल किए जाएंगे।श्री तिवारी ने कहा,“ यह साझेदारी अकादमिक सहयोग को बढ़ावा देगी, रक्षा से संबंधित प्रौद्योगिकियों की वैज्ञानिक समझ को बढ़ाएगी और भारतीय नौसेना के हित के क्षेत्रों के विषयों पर भारतीय नौसेना प्रायोजित छात्रों द्वारा अनुसंधान परियोजनाओं को शुरू करने सहित पारस्परिक रूप से लाभप्रद क्षेत्रों में अनुसंधान करेगी।”रणनीतिक सहयोग भारतीय नौसेना और आईआईटी खड़गपुर की टीमों को शामिल करते हुए संयुक्त अनुसंधान और विकास पहल पर केंद्रित है।समझौता ज्ञापन का समन्वय आईएनएस शिवाजी, लोनावाला द्वारा किया जाएगा। यह संरेखण नवाचार और ज्ञान के आदान-प्रदान के लिए अनुकूल वातावरण को बढ़ावा देने, शिक्षा और सेना के बीच एक प्रतीकात्मक संबंध की दिशा में एक कदम का प्रतीक है।सोनिया,आशावार्ता