देहरादून 27 अगस्त (वार्ता) उत्तराखंड की राज्यपाल बेबी रानी मौर्य ने कहा कि विद्यार्थी राज्य के आपदा ग्रस्त क्षेत्रों में आने वाली चुनौतियों और समस्याओं के समाधान हेतु वैज्ञानिक शोध में रूचि लें। बच्चों में हमेशा कुछ नया, लेकिन सकारात्मक खोज के लिय ऊर्जावान होना बहुत जरूरी है।
रायवाला देहरादून स्थित माँ आनन्दमयी मेमोरियल स्कूल में मंगलवार को अटल टिंकरिंग लैब के उद्घाटन के अवसर पर श्रीमती मौर्य ने कहा कि विज्ञान, अंतरिक्ष विज्ञान, स्वास्थ्य, शिक्षा जैसे क्षेत्रों में ‘‘इनोवेशन’’ आवश्यक है। बच्चों को उत्तराखण्ड के पर्यावरण एवं जल संरक्षण, स्वच्छता, ट्रैफिक प्रबंधन, पर्वतीय कृषि और महिलाओं के लिए उपयोगी अविष्कारों, आदि पर विशेष रूप से काम करना चाहिये। उन्होंने कहा कि सभी स्कूलों में विज्ञान, प्रौद्योगिकी, इंजीनियरिंग और गणित सीखने का वातावरण स्थापित करना चाहिए, ताकि भारत अन्य विकसित देशों के साथ प्रतिस्पर्धा कर सकें।
श्रीमती मौर्य ने कहा कि अटल नवाचार मिशन के माध्यम से देश में ऐसी लैब खोली जा रही हैं और इस पहल का परिणाम बहुत सुखद रहा है। इस अटल लैब में छात्रों को नये-नये अनुसंधान करने हैं, नये वैज्ञानिक माॅडल बनाने हैं और अपनी कल्पनाओं को आकार देना है। अटल टिंकरिंग लैब में बच्चे उत्तराखण्ड से जुड़ी चुनौतियों के समाधान पर भी काम करेंगे। राज्यपाल ने अभिभावकों से कहा कि वे अपने बच्चों कोे विज्ञान और नवाचार से जुड़ी गतिविधियों में भाग लेने के लिए प्रेरित करें। बच्चे इस देश का भविष्य हैं। आज बच्चों को शिक्षा और विज्ञान के क्षेत्र में जो अवसर मिल रहे हैं उनका उपयोग वे राष्ट्र निर्माण करेंगे।
गौरतलब है कि नीति आयोग के अटल इनोवेशन मिशन के तहत देश के सभी जिलों में अटल टिंकरिंग लैब की स्थापना की जा रही है। अटल टिंकरिंग लैब छठी कक्षा से बारहवीं कक्षा तक के विद्यार्थियों के लिये अपने अभिनव विचारों को साकार रूप देने का कार्य स्थल है। यहां बच्चों को विज्ञान और प्रौद्योगिकी से जुड़ा कुछ नया प्रयोग करने हेतु प्रोत्साहित किया जाता है।