अमरावती,18 फरवरी (वार्ता) विपक्षी तेलुगू देशम पार्टी (तेदेपा) ने कहा है कि वाईएसआरसीपी सरकार द्वारा पूर्व मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू की सुरक्षा में कमी करने का मकसद उन्हें नुकसान पहुंचाना है।
तेदेपा के राज्य प्रभारी के काला वेंकटा राव ने यहां जारी एक बयान में कहा कि आंध्र प्रदेश सरकार ने एकतरफा आैर मनमाना फैसला करते हुए श्री नायडू की सुरक्षा में कमी की है और उन्हें पहले से ही अतिवादियों, आतंकवादियों , कट्टरपंथियों, चंदन तस्करों, असामाजिक तत्वों और राजनीतिक विपक्षियों से धमकियां मिलती रही हैं।
उन्होंने कहा कि श्री नायडू को पहले जेड़ प्लस सुरक्षा मिली थी जिसमें एनएसजी कमांडाे की सुरक्षा थी लेकिन अब उनकी संख्या 146 से घटाकर 67 कर दी गई है। इसी तरह उनके बेटे विधान परिषद सदस्य नारा लोकेश की सुरक्षा भी भी जेड़ प्लस से घटाकर एक्स श्रेणी की कर दी गई है और उन्हें भी अतिवादियों से खतरा है। अभी उन्हें इस श्रेणी में एक बुलेट प्रूफ वाहन और एक निजी सुरक्षा कर्मी मुहैया कराया गया है जो इस बात का संकेत हैं कि नारा लोकेश को खतरा है। इस तरह सुरक्षा कवच में कमी करना राजनीति से प्रेरित है और इसका कोई आधार नहीं है।
श्री राव ने याद दिलाया कि माओवादियों ने पिछले वर्ष विशाखापट्टनम जिले के अराकू में तेदेपा विधायक सर्वेश्वरा राव की गोली मार कर हत्या कर दी थी। उनके परिवार के अन्य सदस्य अभी भी माओवादियों के निशाने पर हैं। सरकार का श्री नायडू की सुरक्षा में कमी करना दुर्भावना से प्रेरित है और यह सिर्फ राजनीति से प्रेरित है।
उन्होंने कहा कि पार्टी सुरक्षा समीक्षा समिति के इस निर्णय की कड़ी निंदा करती है और यह सिर्फ राजनीति से प्रेरित है।
श्री राव ने कहा कि अगर श्री नायडू और श्री लोकेश को सुरक्षा में कमी के चलते कोई भी नुकसान होता है तो इसके लिए वाईएसआरसीपी सरकार को जिम्मेदार ठहराया जाना चाहिए।
जितेन्द्र.श्रवण
वार्ता